रांची(RANCHI): झारखंड में एक तरफ सीएम के इस्तीफे के चर्चे है तो दूसरी ओर महागठबंधन की बैठक से ठीक पहले सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक कुमार श्रीवास्तव पिंटू के ठिकानों पर ईडी की दबिश पड़ गई.इस छापेमारी में पिंटू के आवास से कई दस्तावेज को खंगालने में ईडी के अधिकारी लगे है. इसके साथ ही सीएम के करीबी माने जाने वाले आर्किटेक विनोद सिंह के आवास और दफ्तर पर ईडी की छापेमारी जारी है. दोनों ही सीएम के बेहद करीबी माने जाते है.अब एक सवाल सभी के मन में उठ रहा है कि जिस तरह की सत्ता पक्ष की बैठक से पहले छापेमारी हुई है तो क्या इसकी आंच सीएम तक जाने वाली है.
अगर ध्यान दे कि जब पिछली बार अवैध खनन के मामले में अभिषेक कुमार श्रीवास्तव से पूछताछ के बाद ही सीएम हेमंत सोरेन को ईडी का समन गया था. इसे मिला कर भी देखा जा सकता है. बताया जाता है कि मुख्यमंत्री की परछाई पिंटू है.जब छापेमारी पिंटू के ठिकानों पर पड़ रही है तो साफ है कि इसकी भी आंच सीएम हेमंत सोरेन तक जाएगी. अवैध खनन मामले से लेकर जमीन घोटाले के मामले में ईडी की रडार पर सीएम है.जब छापेमारी खत्म होगी तो बहुत कुछ निकल कर सामने आएगी. लेकिन चर्चा बहुत कुछ हो रही है.
ईडी की छापेमारी के बीच कई लॉकर भी ईडी को मिले है जिसमें कई दस्तावेज मौजूद है. जब इसकी चाभी ईडी के अधिकारियों ने मांगा तो उन्हे नहीं दिया गया. बाद में लॉकर खोलने के लिए कारीगर को बुलाना पड़ा है. लॉकर में क्या है यह पिंटू ही बेहतर बता पाएंगे. लेकिन जैसी सूचना है कि लॉकर में कई दस्तावेज है जिसमें कई लोगों के नाम है. यही कारण है कि वह लॉकर खोलने से बच रहे थे. अब बरामद तमाम दस्तावेजों को ईडी के अधिकारी गहन जांच कर रहे है. आखिर इस दस्तावेज में क्या कुछ है यह जब छापेमारी खत्म हो जाएगी तो सामने आएगा.
इसके अलावा पिसका मोड स्तिथ विनोद सिंह के ठिकानों पर भी ईडी की दबिश जारी है. इनके ठिकानों से भी कई दर्जन दस्तावेज बरामद हुए है. विनोद सिंह को भी सीएम के बेहद करीबी में माना जाता है. सूत्रों की माने तो विनोद सिंह भले ही आर्किटेक है लेकिन तमाम पैसों को इन्वेस्ट करने का जिम्मा इनके हाथों में था.पैसे और प्रॉपर्टी से जुड़े भी दतवेज विनोद के ठिकानों से मिले है. जिसकी जांच जारी है,आखिर किस तरह से और कहाँ से पैसा आया जिससे प्रॉपर्टी की खरीदारी की गई. यह जवाब तलाशने में ईडी लगी है.
पूरे प्रकरण को मिला कर देखे तो साफ है कि इस जांच की आंच सीएम तक पहुंचेगी. जिस तरह से अब तक कार्रवाई ईडी की हुई है. चाहे अवैध खनन का मामला हो या जमीन घोटाले का सभी सुर्खियों में पहले पिंटू ही आए.अवैध खनन में पूछताछ भी हो चुकी है. इसके अलावा जमीन हेरा फेरी में भी पिंटू की भूमिका को संदिग्ध माना जा रहा है. इस पूरे प्रकरण की आंच सीएम तक नहीं जाएगी इससे इनकार नहीं किया जा सकता है.
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