धनबाद(DHANBAD): बिहार में बालू घोटाला और धनबाद में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी. शनिवार को बिहार में बालू घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय की टीम तीसरी बार धनबाद पहुंची. सबसे पहले 5 जून 2023 को ईडी की टीम धनबाद आई थी. कई जगहों पर छापेमारी की थी. इसके बाद 2 नवंबर 2023 को ईडी की टीम फिर धनबाद आई और कुछ लोगों को साथ पटना ले गई. शनिवार को ईडी की टीम को बालू कारोबारी पुंज सिंह के धैया स्थित फ्लैट में प्रवेश करने के लिए चार घंटे इंतजार करना पड़ा. ईडी की टीम सुबह 7 बजे पहुंची थी. उसके बाद 11बजे तक इंतजार किया. 11 तक कोई नहीं पहुंचा तो ईडी की टीम ने नौकर और अन्य लोगों से संपर्क किया. मौके पर पहुंचे पुजारी की चाबी से टीम पुंज सिंह के घर के अंदर दाखिल हुई. अंदर के कमरों का ताला तोड़कर टीम ने छानबीन की. तलाशी अभियान की वीडियो ग्राफी कराई गई .छापेमारी उनके झरिया निवास पर भी हुई थी.
ईडी की टीम झरिया ,धनबाद के अलावा दिल्ली और आरा कोईलवर के धनडीहा में भी छानबीन कर रही
झरिया से देर शाम प्रवर्तन निदेशालय की टीम लौट गई. जबकि पंजर सिंह के धैया बंगले पर देर रात तक जांच जारी थी. छापेमारी उनके पैतृक गांव आरा में भी हुआ है. वहां भी छापेमारी और जांच चलने की सूचना है. जानकारी के अनुसार धनबाद,आरा और दिल्ली समेत पूरे देश में पुंज सिंह और उनके साझेदारों की संपत्ति का लेखा-जोखा जुटाया जा रहा है. ईडी की शनिवार को कार्रवाई के बाद पंजर सिंह और उनके साझेदारों पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है. ईडी की टीम झरिया ,धनबाद के अलावा दिल्ली और पुंज सिंह के पैतृक घर आरा कोईलवर के धनडीहा में भी छानबीन कर रही है. पुंज सिंह के पार्टनर कृष्ण मोहन सिंह के आरा स्थिति ठिकानों पर भी टीम ने छानबीन की है.
धनबाद में लगातार छापेमारी से बालू माफिया और उनके पोषक लोगों में हड़कंप
पिछले साल ही पुंज सिंह झरिया से धनबाद शिफ्ट हो गए थे . हेटली बांध ,झरिया में उनके भाई रहते हैं. धैया बंगले पर पुंज सिंह कई दिनों से नहीं रह रहे हैं. इधर ,यह भी जानकारी मिली है कि पुंज सिंह बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के करीबी सुभाष यादव के नजदीकी माने जाते हैं .ईडी की टीम ने एक सप्ताह पहले सुभाष यादव को जेल भेज दिया है .प्रवर्तन निदेशालय की धनबाद में लगातार छापेमारी से बालू माफिया और उनके पोषक लोगों में हड़कंप है. धनबाद में रहकर यह लोग बिहार में बालू का कारोबार करते थे. एमएलसी राधाचरण सेठ के खिलाफ शुरू हुई कार्रवाई धीरे-धीरे धनबाद तक पहुंच गई और धनबाद के कई बालू कारोबारी गिरफ्तार कर लिए गए. आगे भी इसमें गिरफ्तारी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. बिहार में बालू घोटाले की जांच को लेकर ही पहली बार प्रवर्तन निदेशालय पिछले साल धनबाद में दविश दी थी. इसके पहले प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी धनबाद में होने का कोई रिकॉर्ड नहीं है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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