दुमका (DUMKA) : दुमका जिला के जामा थाना पुलिस ने बुधवार को लगला पंचायत के बैसा गांव से मजिस्ट्रेट सह सीओ अशोक बड़ाईक की मौजूदगी में शव को कब्र से खोदकर निकाला. फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया.
जानें क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार मृतक रघु किस्कू की पत्नी लुखी हेम्ब्रम ने मंगलवार को थाना पहुंच कर पुलिस को लिखित आवेदन दिया. जिसमें बताया कि 27 सितंबर की शाम गांव के ही रविन्द्र हेम्ब्रम ने उसके पति को मछली पकड़ने के लिये ले गया. थोड़ी देर बाद एक ग्रामीण द्वारा सूचना मिली कि उसका पति जोरिया के किनारे बेहोश पड़ा हुआ है. जाकर देखा तो पाया कि मछली के जाल में लपेटा हुआ घायल अवस्था में पड़ा हुआ है. तुरंत 108 एम्बुलेंस बुलाया गया. लेकिन एम्बुलेंस के कर्मी द्वारा बताया गया कि वह मर चुका है. 28 सितंबर को उसको परिजनों द्वारा बैसा जोरिया के पास दफना दिया गया. इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी गयी. इससे पूर्व परिजनों ने पाया कि मृतक के शरीर पर जख्म के निशान हैं. शव को दफनाने के बाद 2 अक्टूबर को गांव में पंचायती बुलायी गयी. जिसमें पंचों द्वारा बार बार पूछने पर भी दोस्त रविन्द्र द्वारा साफ साफ कुछ नहीं बताया गया. परिजनों को हत्या की आशंका होने पर मृतक की पत्नी द्वारा पुलिस को सारी बातों से अवगत कराया गया. लिखित शिकायत पर कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी अजीत कुमार ने सीओ अशोक बड़ाईक की उपस्थिति में शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजन को सौंप दिया.
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