दुमका(DUMKA): 24 अप्रैल 2014 को लोकसभा चुनाव संपन्न करवा कर दो बुथों से ईवीएम लेकर लौट रहे मतदान कर्मियों के बस को नक्सली ने बारूदी सुरंग से बस को उड़ा कर 8 पुलिस और मतदानकर्मियों की हत्या करने और 11 मतदान कर्मियों को घायल करने के मामले में प्रथम अपर जिला जज रमेश चन्द्रा ने गुरुवार को प्रवीर दा उर्फ सुकलाल मुर्मू, बुद्धिनाथ मुर्मू, सोम मुर्मू, ताला कुड़ी, बाबूलाल बास्की को साक्ष्य के आभाव में रिहा कर दिया है.
इन्हें बनाया गया था अभियुक्त
शिकारीपाडा थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी सुमन कुमार सुमन द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में भाकपा माओवादी नक्सली जोनल कमांडर प्रवीर दा, जोसेफ दा, कंचन, लुट्टीनाथ, सीमोन, दाउद, किरण, आकाश, दीपक, सुधीर, देवान, शान्ति, सोनू, टिम्पू, विजय, मंजु, मधवा, भगत, महसोम, चांद दी, नीलू दी, सरोजनी दी, तालो, पीसी दी, जसमिन्ता, सुपाय, सुलेखा, पिंकी, प्रतीभा, शिवान्ती को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. इन सबो के खिलाफ भादवि की धारा 147, 148, 149, 326, 307, 353, 302, 379, 427, 121, आर्म्स एक्ट की धारा 27, विष्फोटक पदार्थ अधिनियिम की धारा 3/4, 17 सीएलए एक्ट के अलावे यूपीए एक्ट की धारा 10 एवं 13 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
नक्सलियों के दस्ता ने 24 अप्रैल 2014 की शाम में शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के पलासी और सरसाजोल के बीच पीसीसी पथ पर बारूदी सुरंग विष्फोट कर मतदान कर्मियों से भरी मिनी बस को उड़ा दिया था. इस घटना में 3 मतदान कर्मियों की मौत हो गयी थी और उसके आगे चल रहे मैजिक वाहन पर चले रहे 5 पुलिस कर्मियों को चुन-चुन मौत के घाट उतार दिया था. इस घटना में दोनों वाहनों में सवार 11 मतदान कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गये थे.
30 लोग थे नामजद आरोपी
नक्सलियों ने 5 इंसास रायफल, गोली-550 चक्र, मैगजीन-25 पीस लूट लिया था. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक नक्सलियों की संख्या 32 से 36 के बीच थी. हलांकि पुलिस ने घटना के बाबत जो प्राथमिकी दर्ज की थी उसके मुताबिक घटना को 50 उग्रवादियों के दस्ते ने अंजाम दिया था, जिसमें 30 को पुलिस ने नामजद बनाया था. 2007 से दुमका में नक्सली वारदात की शुरूआत हुई और तब से किसी एक मौके पर संख्या और हमले के तरीके के दृष्टिकोण से यह नक्सलियों का सबसे बड़ा हमला था. नक्सली वारदात की इस घटना में पुलिस कर्मी रघुनंदन झा, (गोड्डा), जय विजय शर्मा (पश्चिमी चम्पारण), राम नरेश सिंह (मुजफ्फरपुर), मो सहीम खान (आरा), रविन्द्र कुजुर, (लातेहार) और मतदान कर्मी धनश्याम साह (जरमुण्डी, दुमका), अमित कुमार (शिव सुन्दरी रोड, दुमका) व दिलीप मिर्धा (रामगढ़, दुमका) शहीद हो गये थे जबकि पुलिसकर्मी रमेश मरांडी, प्रकाश सोरेन, हीरालाल पाल, अजय उरांव (गढ़वा जिला बल), मतदान कर्मी राम प्रताम रजक, नईमुद्दीन अंसारी,. हीरालाल मिस्त्री, सुबोध मिस्त्री, बस चालक निरंजन प्रसाद यादव और मैजिक वाहन चालक आमगीर साई घायल हो गये थे.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
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