दुमका(DUMKA): आसनसोल रेल डिवीजन के डीआरएम परमानंद शर्मा आज यानी शनिवार को दुमका रेलवे स्टेशन पहुंचे. बता दें कि 2 महीने पहले दुमका रेलवे स्टेशन से कोयला की ढुलाई के लिए कोल डंपिंग यार्ड की शुरुआत की गई है. डीआरएम ने डंपिंग यार्ड का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिए. दरअसल, दुमका रेलवे स्टेशन पर कोयला पाकुड़ से सड़क मार्ग से पहुंचता है और यहां से गुड्स ट्रेन के द्वारा पावर प्लांट भेजा जाता है. स्थानीय लोग शुरू से ही कोयला डंपिंग यार्ड का विरोध कर रहे हैं. खासकर प्रदूषण को लेकर लोग परेशान हैं और इसको लेकर समय-समय पर आंदोलन भी करते रहते हैं.
आर्थिक गतिविधियां बढ़ेगी तब होगा क्षेत्र का विकास
वहीं, इस बाबत पूछे जाने पर डीआरएम ने कहा कि इस बिंदु पर भी स्थल जांच किया गया. स्थल पर लगाए गए एयर क्वालिटी मॉनिटर में प्रदूषण की कोई समस्या नहीं दिख रही है. इसके बावजूद उन्होंने कहा कि जो आवश्यक कदम उठाए जा सकते हैं वह उठाया जा रहा है. सघन अधिवास के बीच से कोयला लोड ट्रक ना गुजरे इसके लिए रोड को डायवर्ट किया गया है. समय-समय पर पानी का भी छिड़काव होते रहता है ताकि धूल ना उड़े. उन्होंने कहा कि जब तक आर्थिक गतिविधियां बढ़ेगी नहीं तब तक क्षेत्र का विकास नहीं होगा और जब तक क्षेत्र का विकास नहीं होता तब तक नई गाड़ियों के परिचालन का कोई खास मायने नहीं है.
जिला वासियों को ट्रेन की सुविधा मिले रहेगा प्रयास
वहीं, दुमका वासियों के लिए लंबी दूरी की ट्रेन सुविधा कब तक बहाल होगी इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हर ट्रेन की शुरुआत दुमका से हो यह जरूरी नहीं. हां, यहां के लोगों को लंबी दूरी की ट्रेन सुविधा मिले वह प्रयास किया जा रहा है.
रिपोर्ट : पंचम झा, दुमका
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