धनबाद (DHANBAD) : लड़ाई कांग्रेस के विधायकों में और समझौता कराया झारखंड मुक्ति मोर्चा के अगुआ सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जो काम झारखंड के अथवा केंद्र के कांग्रेस के नेताओं को बहुत पहले ही करवाना चाहिए था. वह काम मुख्यमंत्री ने लाचारी में ही सही लेकिन करवाया और अब विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी और विधायक अनूप सिंह में दोस्ती हो गई है. दोनों ने एक दूसरे को लगाया तो गले है लेकिन मिले दोनों के दिल हैं. अथवा नहीं, यह अभी आगे दिखेगा. राजनीतिक पंडित बताते हैं कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मजबूरी है कि कांग्रेस विधायकों को एकजुट कर रखे, क्योंकि झारखंड में अभी जो राजनीतिक हालात हैं उसमें महागठबंधन के सभी विधायकों में एकजुटता पहली जरूरत है. वैसे भी राजनीति में ना कोई दोस्त होता है और न कोई दुश्मन. कब किसके खिलाफ कौन क्या कहेगा, और फिर कितने देर बाद पलट जाएगा, यह कहना बहुत कठिन है.
मुख्यमंत्री ने दोनों विधायक को मिलने बुलाया
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार झारखंड में कांग्रेस विधायकों के बीच चल रही राजनीति अब थमती नजर आ रही है. डॉक्टर इरफान अंसारी और विधायक अनूप सिंह में दोस्ती हो गई है. विधायक अनूप सिंह ने झारखंड के 3 विधायकों राजेश कच्छ प, डॉक्टर इरफान अंसारी, विक्सल कोगाड़ी के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई थी. इस प्राथमिकी को हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया है. इधर इसके बाद एक नाटकीय घटनाक्रम में डॉक्टर इरफान अंसारी और विधायक अनूप सिंह में दोस्ती की बात सामने आ रही है. दोनों के गिले-शिकवे दूर हो गए हैं. मीडिया में छपी खबर के अनुसार होली के मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी और विधायक अनूप सिंह को शनिवार को मिलवाया. दोनों के बीच चले आ रहे गिले-शिकवे को दूर कराया. सीएम ने दोनों विधायकों से कहा कि एक दूसरे से दुश्मनी छोड़कर भाजपा से डटकर मुकाबला करें. विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि अनूप सिंह उनके छोटे भाई हैं. गलतियां सभी से होती है. बड़े भाई होने के नाते उन्होंने माफ कर दिया. विधायक अनूप सिंह के पिता स्वर्गीय राजेंद्र सिंह मेरे अभिभावक समान थे. उनकी काफी इज्जत करते हैं.
कद्दावर नेता थे विधायक अनूप सिंह के पिता
विधायक अनूप सिंह के पिता स्वर्गीय राजेंद्र बाबू बिहार और झारखंड के कद्दावर नेता थे. सीसीएल में नौकरी करते हुए मजदूर संगठन से जुड़े और राजनीति की कई ऊंचाइयों को छुआ. उनकी सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि वह हमेशा विवादों से दूर रहे. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बिंदेश्वरी दुबे के साथ भी काम किए. कोयलांचल में उनकी अच्छी पकड़ थी. मजदूर संगठन में उनकी चलती थी. वही डॉक्टर इरफान अंसारी पूर्व सांसद फुरकान अंसारी के बेटे हैं.फुरकान अंसारी भी कांग्रेस के कद्दावर नेता हैं. उनकी अपनी पकड़ और पहुंच है, लेकिन इन दोनों विधायक में हाल के दिनों में उठापटक चल रही थी. अनूप सिंह का आरोप था कि झारखंड में गठबंधन की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश हो रही है और इसमें उन्होंने मुकदमा दर्ज कराया था. इधर, तीनों विधायक 30 जुलाई 22 को हावड़ा में रुपयों के साथ गिरफ्तार किए गए थे. इस मामले में तीनों विधायक कोलकाता हाई कोर्ट से जमानत पर हैं.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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