जल जीवन मिशन: दो साल के अंदर गुमला में 2 लाख लोगों तक पहुंच जाएगा पानी का कनेक्शन- DC ने बैठक में की ताकीद


गुमला(GUMLA): DC गुमला सुशांत गौरव की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन की बैठक की गई. इस बैठक में इस योजना के अंतर्गत चल रहे योजनाओं की समीक्षा की गई. बैठक जिला टास्क फोर्स समिति के साथ उपायुक्त सभाकक्ष में हुई.
बैठक में उन्होंने जिले में जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत चल रहे योजनाओं की जानकारी ली और उसके प्रगति पर चर्चा की. उपायुक्त ने अभियंताओं को योजनाओं के तहत किए जा रहे कार्यों को समय पर पूरा करने का निर्देश दिया. बैठक में उपायुक्त ने वित्तीय वर्ष 2021-22 सहित आगामी वित्तीय वर्ष में मिशन के तहत जिले में कार्य योजना, विभाग और जिलास्तर से लिये गये योजनाओं की भी समीक्षा की. समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए
जल जीवन मिशन के तहत आने वाले 2 सालों के अंदर 2 लाख लाभुकों तक नल से जल मिलने हेतु कनेक्शन उपलब्ध कराने का टारगेट दिया गया. जिसके लिए प्रत्येक जे.ई.ई. को प्रत्येक महीने 1000 कनेक्शन करवाने का निर्देश दिया गया. उन्होंने कहा कि इस काम के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी और पंचायत सचिव के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाई जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी जे.ई.ई, ई.ई आपस में समन्वय स्थापित कर पूर्ण हुए सभी योजनाओं की स्थिति का निरीक्षण करे. डीसी ने पालकोट प्रखंड के अंतर्गत ग्राम के 1 टोला में पानी उपलब्ध कराना प्रावधान के अनुसार संभव नहीं है इस योजना को बंद कराकर दूसरे उपाय तलाशने का निर्देश दिया. वहीं, पूर्व के जल जीवन मिशन योजनाओं को बंद करने का निर्देश दिया गया.
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डीसी ने कहा कि सभी प्रखंडों के मुखिया, पंचायत समिति, वार्ड सदस्य, पीएस, भीएलडब्ल्यू, आरएस, एसएस के माध्यम से जल जीवन मिशन की योजनाओं से जलापूर्ति का कनेक्शन लेने के विषय में ग्रामीणों को योजनाओं के बारे में जानकारी मिल सके. 15 जुलाई को होने वाले जनप्रतिनिधियों के ओरियंटेशन प्रोग्राम में जे.जे.एम. के बारे में जानकारी देने की बात कही गई. जेजेएम के योजना निर्माण में उत्पन्न होने वाले बाधा या समस्या के समाधान हेतु उप विकास आयुक्त के स्तर से बैठक कराने का निर्देश दिया गया. सभी जे.ई. को प्रतिदिन कम से कम एक योजनाओं का निरीक्षण कर जियोटाग फोटो ग्रुप में डालने का निर्देश दिया गया.
जल संरक्षण और संचयन पर भी जोर
इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत वर्ष 2024 तक चालू नल के माध्यम से सभी घरों को आवश्यकता और गुणवत्ता पूर्ण पीने योग्य पानी पहुंचाना है. इस मिशन के तहत हर घर तक पानी पहुंचाने के साथ-साथ जल संरक्षण और संचयन पर भी कार्य किया जाने की योजना है. आने वाले समय में जल से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना न करना पड़े इसके लिए लोगों में इस संबंध में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है. सभी गांव में जागरूकता कैंप लगाने और इस योजना को सफल बनाने हेतु जनभागीदारी को बढ़ाने की दिशा में योजना बनाने का निर्देश दिया गया.
जलमिनार और चापाकालों का निरीक्षण जरूरी
वहीं, इसके अलावा जल गुणवत्ता की जांच योजना के तहत जल सहिया द्वारा सभी गांव में जाकर जलमिनारों, चापाकालों के पानी का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया. जिन क्षेत्रों में अधिक उल्टी, दस्त, डेंगू मलेरिया इत्यादि जैसी बीमारियों के केस देखने को मिलते हैं वैसे क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां के जलमिनारों का जांच प्राथमिक रूप से करने का निर्देश दिया गया. इसके अलावा उपायुक्त द्वारा स्टार रेटिंग गांव, ओडीएफ वेरिफिकेशन जैसे अन्य संबंधित विषयों पर भी समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया. बैठक में मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त गुमला, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी गुमला के अलावा अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे.
रिपोर्ट: सुशील कुमार सिंह, गुमला
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