धनबाद(DHANBAD): तो क्या झारखंड के लिए राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुभ साबित हुई.उनके पहुंचने के पहले ही सरकार का गठन हो गया. चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. बिहार पहुंचने के पहले सत्ता परिवर्तन हो गया था ,तो बंगाल में ममता दीदी ने उनके पहुंचने के पहले ही अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी. उसके बाद से ही चर्चा होने लगी थी कि आखिर राहुल गांधी जिस जिस होकर गुजर रहे हैं, कुछ ना कुछ हो ही जा रहा है. झारखंड में उनके प्रवेश के पहले भी राजनीतिक संकट उत्पन्न हुआ. मुख्यमंत्री रहते हेमंत सोरेन गिरफ्तार कर लिए गए. उसके बाद दो दिनों तक सत्ता में संग्राम चलता रहा .अंततः शुक्रवार को झारखंड में सरकार का गठन हो गया. राहुल गांधी आज पाकुड़ के रास्ते झारखंड में प्रवेश कर रहे हैं .
पाकुड़ में राहुल गांधी की अगवानी करने के लिए प्रदेश के तमाम नेता पाकुड़ पहुंच गए हैं
वहीं पाकुड़ में उनकी अगवानी करने के लिए प्रदेश के तमाम बड़े छोटे नेता पाकुड़ पहुंच गए हैं. झारखंड में कांग्रेस सत्ता में है. पहले तैयारी थी कि झारखंड में इस यात्रा को भव्य और यादगार बनाया जाएगा. खैर सरकार का गठन तो हो गया लेकिन कांग्रेस के विधायक हैदराबाद के लिए चले गए हैं .उन्हें विधानसभा में बहुमत साबित करने के दिन ही लाया जाएगा. ऐसे में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में विधायकों की भागीदारी नहीं रहेगी.
राजनीतिक घटनाक्रम में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से हेमंत सोरेन के साथ खड़ी दिखी
वहीं यह अलग बात है कि विधायक के लोग इस यात्रा को समर्थन देंगे.इससे कम से कम पार्टी को यह भी पता चलेगा कि किस विधायक के पास अभी भी कितना जन समर्थन है. यह बात तो सही है कि झारखंड की हालिया राजनीतिक घटनाक्रम में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से हेमंत सोरेन के साथ खड़ी दिखी. हर मौके पर कांग्रेस ने हेमंत सोरेन का साथ दिया. सरकार गठन तक सहयोगी की भूमिका में पार्टी और उसके नेता दिखे.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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