धनबाद(DHANBAD): बिजली संकट के बीच यूनियन ने प्रदर्शन कर एक नया और गंभीर खुलासा किया है. झारखंड राज्य बिजली कामगार यूनियन ने बुधवार को बिजली अधीक्षण अभियंता के कार्यालय पर प्रदर्शन कर बिजली संकट पर नया ट्विस्ट दे दिया. यूनियन के महासचिव रामकृष्णा सिंह का कहना है कि बिजली की लचर व्यवस्था मैन मेड है. इसकी वजह यह है कि दक्ष तकनीकी कर्मचारियों को स्थानांतरित कर दिया गया है. धनबाद में बिजली आपूर्ति का रिंग सिस्टम है. उनका दावा है कि जब तक 40 तकनीकी कामगारों का ट्रांसफर वापस नहीं लिया जाता, तब तक बिजली में सुधार संभव नहीं है. उन्होंने प्रबंधन पर आरोप लगाया कि लाखों, करोड़ों के सामान खरीदे जा रहे हैं, लेकिन विभाग के पास ओवर टाइम देने का पैसा नहीं है. बिजली कामगारों का ओवर टाइम 10 साल से बकाया चल रहा है. आज पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार झारखंड राज्य बिजली कामगार यूनियन ने धनबाद प्रमंडल से चलकर बिजली अधीक्षण अभियंता धनबाद कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया.
40 दक्ष तकनीकी कामगारों का स्थानांतरण बिजली संकट की वजह
काफी संख्या में बिजली कर्मचारी प्रदर्शन में शामिल हुए. प्रदर्शन के बाद सभा भी हुई. सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश महामंत्री ने कहा कि 40 दक्ष तकनीकी कामगारों के स्थानांतरण का तुगलकी फरमान जारी किया गया है. ऐसा धनबाद में आज तक नहीं हुआ था. उन्होंने चौंकाने वाला खुलासा किया कि पुरुष कामगार राजस्व का पैसा जमा करने के लिए बैंक जाते थे, उनको भी बदल दिया गया है और महिलाओं को बैंक जाने के लिए बाध्य किया गया है. जो भी हो लेकिन अगर तकनीकी कर्मचारियों के स्थानांतरण की वजह से विद्युत संकट पैदा हुआ है, तो यह विभाग पर गंभीर सवालिया निशान है. देखना होगा कि प्रदर्शन के बाद विभाग अपने रवैया को बदलता है अथवा सब कुछ पहले की तरह ही चलता रहेगा. राम कृष्णा सिंह ने कहा कि मांगो की पूर्ति नहीं होने पर 26 जून से धनबाद अंचल के कामगार अनिश्चित कालिन हड़ताल पर चले जाएंगे. उनके समर्थन में 7 दिन के बाद पूरे एरिया बोर्ड के कर्मचारी हड़ताल करेंगे. जिसका असर पानी, कोयला, रेल, छोटे-बड़े उद्योग, अस्पताल एवं आम जनता पर होगा.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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