धनबाद : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में आखिर क्यों टूटा पार्टी का अनुशासन, पढ़िए इस रिपोर्ट में

धनबाद(DHANWAD) : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की मौजूदगी में ही कार्यकर्ता बेकाबू हो गए. हंगामा करने लगे, नेताओं के माइक थामने के बाद भी शांत नहीं हो रहे थे. यह सब हुआ मंगलवार को धनबाद में. धनबाद में सांसद ढुल्लू महतो को यहां तक कहना पड़ा कि विधानसभा चुनाव में बाबूलाल मरांडी को मुख्यमंत्री बनाना है, इसलिए शांत रहें और एकजुट होकर काम करें. फिर भी कार्यकर्ताओं पर कोई असर नहीं हो रहा था. बाद में कार्यकर्ता शांत हुए और कार्यक्रम आगे बढ़ पाया. दरअसल, धनबाद के टाउन हॉल में मंगलवार को भाजपा के अभिनंदन सह विजय संकल्प सभा में खूब हंगामा हुआ. पार्टी का अनुशासन टूटा. प्रदेश से लेकर धनबाद के सभी बड़े बड़े नेताओं की मौजूदगी में लगभग आधे घंटे तक हंगामा होता रहा. यह अलग बात है कि लोकसभा चुनाव होने के बाद धनबाद के सभी भाजपा नेता एक मंच पर दिखे जरूर लेकिन चेहरे पर तमतमाहट थी. मंच पर प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, सांसद ढुल्लू महतो, पूर्व सांसद पी एन सिंह, विधायक राज सिन्हा, पूर्व मेयर शेखर अग्रवाल सहित भाजपा के तमाम नेता मौजूद थे. बावजूद हंगामा करने वाले किसी की नहीं सुन रहे थे. हंगामा करने वाले महानगर जिला अध्यक्ष और विधायक राज सिन्हा के खिलाफ बोल रहे थे. नारेबाजी कर रहे थे. सभी नेताओं ने बारी-बारी से कार्यकर्ताओं को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन वह मान नहीं रहे थे. फिर प्रदेश अध्यक्ष और सांसद ने हस्तक्षेप किया. उसके बाद कार्यकर्ता जाकर शांत हुए.
दरअसल, यह कार्यक्रम था लोकसभा चुनाव में अच्छा काम करने वाले बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने का. बूथों पर भाजपा को लीड दिलाने वालों के नाम सूची में शामिल किए गए थे. हर मंडल से पांच-पांच बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को मंच पर बुलाकर प्रदेश अध्यक्ष से सम्मानित कराया जा रहा था. सात मंडलों में से अभी तीन मंडल के बूथ स्तर के नेताओं को ही मंच पर बुलाया गया था कि हंगामा शुरू हो गया. पहले कुछ लोगों ने खड़े होकर सम्मानित किए जाने वाले कार्यकर्ताओं के चयन का विरोध किया. इसके बाद मंच के सामने आकर हंगामा करने लगे. प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को कहना पड़ा कि कार्यकर्ता नाराज नहीं हो, नाम चयन में पार्टी से गलती हुई है. सभी कार्यकर्ता सम्मानित होंगे. लोकसभा चुनाव के बाद सांसद ढुल्लू महतो, पूर्व सांसद पीएन सिंह, विधायक राज सिन्हा एक मंच पर दिखे. लेकिन एकता का संदेश नहीं दे पाए. लोकसभा चुनाव के दौरान बयान बाजी को लेकर दूरी बन गई थी. चुनाव जीतने के बाद यह दूरी कितनी कम हुई है, यह कहना अभी कठिन है.
वैसे बाबूलाल मरांडी ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य में ठग और लुटेरों की सरकार है. बालू कोयला और जमीन की लूट हो रही है. विकास पूरी तरह से ठप हो गया है. अपराधी बेखौफ और जनता खौफ में है. यह कार्यक्रम धनबाद महानगर की ओर से आयोजित था. बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में पार्टी का अनुशासन टूटा है. अब देखना है कि आगे क्या कुछ कार्रवाई होती है या फिर विधानसभा चुनाव को देखते हुए कार्यकर्ताओं को शांत करने की कोशिश की जाती है.
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