धनबाद(DHANBAD): कोयलांचल में पानी समस्या का एक रंग सोमवार को धनबाद नगर निगम कार्यालय परिसर में दिखा. 2018 में जब आत्मदाह करने पहुंचे थे तो पानी कनेक्शन मिला था. अब कनेक्शन से पानी नहीं मिल रहा है तो सोमवार को निगम परिसर में आत्मदाह करने आये थे लेकिन अधिकारियो ने चतुराई दिखा कर अनहोनी को फिलहाल टाल दिया. सोमवार को नगर निगम परिसर में दमकल की गाड़ी मौजूद थी, पुलिस बल भी तैनात था, निगम के अधिकारी भी सक्रिय थे. आत्मदाह करने पहुंचे लोगों को तत्काल बुलाकर बातचीत की गई. उन्हें भरोसा दिया गया कि उनके इलाके में अब अधिक पानी कनेक्शन नहीं दिया जाएगा. उन्हें रेगुलर पानी मिलेगा.
भरोसा मिलाने के बाद टल गई अनहोनी
उसके बाद आत्मदाह करने वाले अपने कार्यक्रम को तो स्थगित कर दिया. लेकिन निगम के पलम्बरों के खेल का ऑन रिकॉर्ड खुलासा जरूर हो गया. दो हजार अट्ठारह में भी तेलीपाड़ा सीमालडीह के लोगो ने पानी के लिए आत्मदाह की कोशिश की थी. उस समय मामले में धनबाद के तत्कालीन उपायुक्त ने हस्तक्षेप किया और क्षेत्र के लोगों को विशेष परिस्थिति में जल्द पानी संजोग दे दिया गया. शर्त थी कि उस पाइप लाइन से अधिक कनेक्शन नहीं दिए जाएंगे. इलाका थोड़ा ऊंचाई लिए हुए हैं, इसलिए पानी चढ़ता नहीं है. लेकिन बाद में उस पाइप लाइन से ताबड़तोड़ कनेक्शन दिए गए. नतीजा हुआ कि सिमलडीह में रहने वाले लोगों तक पानी पहुंचता ही नहीं है.
आत्मदाह की निगम को दी गई थी चेतावनी
शिकायत से थक-हार कर सोमवार को वहां के लोगों ने आत्मदाह की निगम को चेतावनी दी थी. इसी चेतावनी के बाद आज निगम में आत्मदाह रोकने की व्यवस्था की गई थी. अधिकारियों को भी सख्त हिदायत थी कि त्वरित कार्रवाई हो, आत्मदाह करने वालों के पहुंचते ही अधिकारी नीचे उतर गए और उन्हें समझाया-बुझाया, फिर बड़े अधिकारी से भी बात करायी. आत्मदाह करने वालों को भरोसा मिला कि उनकी मांगे हर हाल में पूरी की जाएगी और जिस पलंबर के खिलाफ उनकी शिकायत है, उसे भी हटा दिया गया है. अब सवाल उठता है कि क्या धनबाद में पानी के लिए लोगों को आत्मदाह करना पड़ेगा, आत्मदाह की चेतावनी अथवा प्रयास के बिना अधिकारी उनकी बातें नहीं सुनेंगे, बहरहाल आज मामला टल गया और निगम के अधिकारियों ने चैन की सांस ली है. अब देखना होगा कि कबतक उन्हें पानी मिलता है. मिलता भी है या नहीं.
रिपोर्ट: शांभवी सिंह, धनबाद
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