धनबाद(DHANBAD): धनबाद में आग का कहर जारी है. शनिवार की देर रात गए शहर के बारामुड़ी में पुआल लदा वाहन धूं-धूं कर जलने लगा. इस आग की चपेट में आबादी भी आ सकती थी लेकिन भला हो, वहां के लोगों का, जिन्होंने साहस और चतुराई का परिचय देते हुए एक बड़े हादसे को टाल दिया. पुआल लदा वाहन अचानक जलने लगा. आग की लपटें दूर-दूर से दिखाई देने लगी. शोर मच गया कि इलाके में आगलगी की बड़ी घटना हो गई है. लोगों ने पहले पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया, असफल होने पर दमकल विभाग को सूचना दी. तेज उठती आग की लपटों ने बिजली के तारों को भी तहस-नहस कर दिया. लोग बताते हैं कि गाड़ी के चालक ने भी चतुराई दिखाई और आबादी से अलग ले जाकर वाहन को खड़ा कर दिया. बाद में उसे तालाब में भी ले जाया गया, तब तक दमकल विभाग की टीम भी पहुंच गई और आग पर काबू पा लिया गया. आग भड़कने की तस्वीर इतनी डरावनी दिख रही है कि अगर उत्साही लोगो ने हिम्मत नहीं दिखाई होती तो शनिवार की देर रात को धनबाद शहर में फिर एक बड़ी घटना हो सकती थी.
हाल के महीनों में 19 लोगों की हो गई है मौत
हाल के महीनों में आगलगी की घटनाओं में कम से कम 19 लोगों की जाने चली गई है. कई बाजार भी जल गए है. धनबाद के आशीर्वाद टावर में आग लगी में 14 लोगों की मौत हो गई थी. इस अग्निकांड की जांच के लिए केंद्र सरकार ने हैदराबाद से एक्सपर्ट को धनबाद भेजा था. हैदराबाद से आए अधिकारी ने धनबाद के अग्निशमन प्रभारी के साथ आशीर्वाद टावर की जांच की, स्थल का निरीक्षण किया. अग्नि सुरक्षा के इंतजाम को देखा, भौतिक निरीक्षण के बाद हैदराबाद से आए अधिकारी धनबाद से रवाना हो गए है. 31 जनवरी को आशीर्वाद टावर में आग लगी थी, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना ने धनबाद से लेकर दिल्ली तक को झकझोर दिया था. रांची से मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि बनकर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता धनबाद पहुंचे थे. इस घटना ने तो एक परिवार को तबाह कर दिया था. एक बेटी जिसकी, 31 जनवरी को ही शादी थी वह इसलिए बच गई कि सजने के लिए ब्यूटी पार्लर गई थी.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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