धनबाद(DHANBAD): बड़े बाप के बिगडै़ल बेटों का "आतंक" धनबाद की सड़कों पर सिर चढ़कर बोलता है. यह आतंक दिन में भी होता है और रात में भी. इसी आतंक ने एक शिक्षक परिवार को पूरी तरह से तोड़ दिया है. सड़क पर स्टंट शिक्षक परिवार पर भारी पड़ गया. शिक्षक की दो बेटियां काल की गाल में समा गई. सवाल उठता है कि बड़े बाप के बिगडै़ल बेटों का सड़क पर स्टंट आगे भी जारी रहेगा या इस घटना के बाद नियंत्रित होगा. स्टंट करने के चक्कर में अनियंत्रित स्कॉर्पियो दूसरे लेन में जाकर स्कूटी सवार बहनों को बुरी तरह से कुचल दिया. एक की तो घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि दूसरी अस्पताल जाकर मर गई. इस घटना ने धनबाद को झकझोर कर रख दिया है. स्कॉर्पियो से लोगों ने दो लड़कों को बाहर निकाला. दोनों लड़के देखने से नाबालिक लग रहे है. फिर सवाल उठता है कि क्या उनका यह पहला स्टंट था या पहले भी करते थे.
उन्हें क्या मालूम था कि सोमवार उनकी जिंदगी का अंतिम दिन होगा
सगी बहनों को क्या मालूम था कि सोमवार उनकी जिंदगी का अंतिम दिन होगा . बड़ी बहन तो ख़ुशी ख़ुशी स्कूल से छोटी बहन को लाने गई थी ,लेकिन "काल" ने उन्हें रस्ते में ही निगल लिया. उनकी मौत इस तरह होगी, स्कॉर्पियो उनकी मौत का कारण बनेगी,यह तो दोनों बहनें नहीं जानती थी , लेकिन हुआ यही सब. जिसने भी दुर्घटना स्थल पर पहुंचे , उनका कलेजा मुंह को आ गया. आंखों में आंसू छलक पड़े. धनबाद में मेमको मोड, विनोद बिहारी चौक रोड पर अशर्फी अस्पताल के पास सोमवार की दोपहर करीब 12 बजे एक ऐसी हृदय विदारक दुर्घटना हुई, जिसमें दो सगी बहनों की मौत हो गई. एक की मौत तो घटनास्थल पर ही हो गई, जबकि दूसरे के शरीर का एक हाथ कट कर रोड पर गिर गया था. लोग उसे तुरंत अस्पताल लेकर गए, लेकिन वह बचाई नहीं जा सकी.
दिन के बारह बजे हुई यह दुर्घटना
दरअसल, दोपहर के 12 बजे विपरीत दिशा से आ रही स्कॉर्पियो के चालक का संतुलन बिगड़ा और स्कॉर्पियो डिवाइडर फांद कर सड़क की दूसरी लेन में घुस गई. विनोद बिहारी चौक से मेमको मोड की ओर जा रही स्कूटी को सामने से रौंदते हुए स्कॉर्पियो पलट गई, स्कार्पिओ के चारो चक्के उपर हो गए. घटना में स्कूटी सवार इशिता होरो (19 वर्ष) और पीछे बैठी उसकी बहन जिया हीरो (15 वर्ष) की मौत हो गई. दोनों बहने माध्यमिक शिक्षक संघ धनबाद के सचिव जय होरो की पुत्री थी. इशिता 12वीं पास करने के बाद निफ्ट में पढ़ाई कर रही थी. जबकि जिया डिनोबिली स्कूल में नौवीं की छात्रा थी.
बड़ी बहन छोटी बहन को लेकर घर जा रही थी
बहन को स्कूल से लेकर इशिता अपने घर धैया प्रभतम मॉल के पास जा रही थी, कि यह दुर्घटना हो गई और दोनों बहने सदा सदा के लिए दुनिया छोड़ गई. स्कॉर्पियो पलटने के बाद चालक सहित एक अन्य लड़का गाड़ी में फंस गए. स्थानीय लोगों ने उन्हें बाहर निकालने के बाद दोनों को पास के ही एक दुकान में बैठाया. उनकी पहचान धनसार निवासी प्रदीप मंडल और राजीव भारती के रूप में हुई है. घटना की सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची और दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया. पुलिस के अन्य बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. दुर्घटना स्थल का दृश्य कुछ ऐसा था कि किसी को भी विचलित कर सकता था. स्कूटी का पुर्जा -पुर्जा सड़क पर बिखरा पड़ा था. हेलमेट कई हिस्सों में बट गया था. जिया के स्कूल बैग की किताब, कॉपी और वाटर बोतल बिखर गए थे.
दोनों बहनों के जूते भी अलग-अलग जगह पर गिरे हुए थे.
दोनों बहनों के जूते भी अलग-अलग जगह पर गिरे हुए थे. इशिता ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि छोटी बहन जिया का एक हाथ शरीर से अलग होकर सड़क पर गिर गया था. लहूलुहान जिया को लेकर लोग अशर्फी अस्पताल दौड़े लेकिन उसकी भी जान नहीं बचाई जा सकीय. दिल दहला देने वाली इस दुर्घटना के बाद मौके पर जुटी भीड़ का कलेजा फट रहा था. एक बच्ची का शव और दूसरे का शरीर से अलग हुए हाथ को देख हार्डवेयर दुकान के बाहर पहुंचकर लोह ड्राइवर और उसके सहयोगी को जनता के हवाले करने की मांग करने लगे. इस दौरान पुलिस के खिलाफ भी नारेबाजी हुई. पुलिस ने कई बार शॉ को SNMMCH भेजने का प्रयास किया. लेकिन लोग बार-बार भड़क जा रहे थे. कुछ देर के लिए आक्रोशित लोगों ने सड़क भी जाम कर दी थी.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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