Dhanbad : रेल प्रबंधन को क्यों आनन-फानन में धनबाद से कानपुर तक खोलनी पड़ी विशेष ट्रेन, पढ़िए !
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धनबाद (DHANBAD) : कुंभ यात्रा रेलवे की लगातार परीक्षा ले रही है. यात्रियों को सुरक्षित पहुंचाने में रेल मैनेजमेंट हांफ रहा है. देश का कोई भी रेलवे स्टेशन हो, कोई भी ट्रेन हो, सब जगह अव्यवस्था का आलम दिख रहा है. दुर्घटनाएं हो रही है, आरक्षित सीटों के यात्रियों को जगह नहीं मिल रही है. कुंभ जाने के लिए जितने यात्री घर से निकल रहे हैं, उस अनुपात में ट्रेन नहीं चल रही है. एक अनुमान के अनुसार धनबाद में पिछले दो-तीन दिन से 10,000 से अधिक जनरल टिकट कट रहे है. इसके अलावे आरक्षण कराये यात्रियों की भी संख्या है. बिना टिकट लिए चढ़ने वालो की संख्या भी कम नहीं है. हाल ऐसे हो गए हैं कि पहले से टिकट बुक कराने वाले यात्री आरक्षित बोगियों में सवार नहीं हो पा रहे है. स्पेशल के साथ-साथ सभी नियमित ट्रेनों में एक जैसी हालत हो जा रही है. सीट पाने की बात कौन कहे, यात्रियों को ट्रेन में खड़े होने की भी जगह नहीं मिल रही है. लगातार रेलवे के पास शिकायतें पहुंच रही है.
रविवार की शाम धनबाद स्टेशन पर भारी भीड़ पहुंच गई
जानकारी के अनुसार रविवार की शाम धनबाद स्टेशन पर भारी भीड़ पहुंच गई. नई दिल्ली स्टेशन पर हुई भगदड़ की घटना के बावजूद धनबाद से कुंभ जाने वालों के उत्साह पर कोई असर नहीं दिखा. प्लेटफार्म पर यात्रियों की अत्यधिक भीड़ को देखते हुए रेलवे ने जल्दबाजी में धनबाद से प्रयागराज होते हुए रात 9:50 बजे कानपुर तक के लिए एक स्पेशल ट्रेन खोली. रद्द गंगा सतलज एक्सप्रेस की बोगियों से चली स्पेशल ट्रेन में बिना रिजर्वेशन जनरल टिकट पर यात्रियों ने सफर किया. धनबाद स्टेशन के साथ-साथ स्पेशल ट्रेन गोमो, पारसनाथ , हजारीबाग रोड, कोडरमा, गया रुकते हुए प्रयागराज गई. गोमो स्टेशन पर भी भारी भीड़ दिखी. शाम में गोमो पहुंची स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस में चढ़ने के लिए यात्रियों का हुजूम उमड़ पड़ा. भीड़ इतनी ज्यादा थी और ट्रेन पहले से भरी हुई थी कि पूर्व से बुकिंग करने वाले यात्री भी ट्रेन पर सवार नहीं हो सके. इस दौरान गोमो स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर अफरातफरी का माहौल दिखा. बोगियों का दरवाजा अंदर से नहीं खुलने पर यात्रियों ने हंगामा किया.
रेलवे की विशेष ट्रेनें भी नहीं संभाल पा रही भीड़
एसी कोच भी जनरल बोगी की तरह खचाखच भरे हुए थे. रेलवे ने स्पेशल ट्रेनें दी है लेकिन यह कम पड़ जा रही है. वैसे आम दिनों में देश में हर दिन लगभग 22,593 ट्रेनें संचालित होती हैं. इनमें 13,452 यात्री ट्रेनें हैं, जो करीब 7,325 स्टेशनों को कवर करती हैं. इन यात्री ट्रेनों से रोजाना 2.40 करोड़ यात्री सफर करते हैं. ट्रेनों की इस संख्या में मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर सभी तरह की ट्रेनें शामिल हैं. इसके अलावा, भारतीय रेलवे माल ढुलाई के लिए हर दिन 9141 ट्रेनें चलाता है. जिसके जरिए देश के कोने-कोने तक जरूरी सामानों की आपूर्ति की जाती है. रेलवे रोजाना लगभग 20.38 करोड़ टन माल ढोता है. वहीं, मालगाड़ी और यात्री रेलगाड़ियाँ मिलकर प्रतिदिन लगभग 67,368 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं. कुंभ को देखते हुए रेलवे ने तैयारी तो की है लेकिन यात्रियों की संख्या के अनुपात में यह न काफी दिख रही है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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