धनबाद(DHANBAD): कुख्यात अमन सिंह गिरोह के शार्प शूटर चंदन यादव उर्फ ब्रजेश को धनबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश से की गई है. चंदन धनबाद के कतरास का ही रहने वाला है. झरिया थाने में उसे कई थानों की पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. चंदन पर बाघमारा के भाजपा विधायक ढुल्लू महतो के समर्थक के घर पर रंगदारी के लिए फायरिंग करने का भी आरोप है. पुलिस के सामने चंदन ने कई कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है.
सूत्र बताते हैं कि चंदन यादव यूपी का रहने वाला है लेकिन कतरास में भी उसका घर है. वह दो साल तक जेल में रहा और उसी दौरान अमन सिंह से दोस्ती हुई. उसके बाद यह अमन सिंह के लिए काम करने लगा. पुलिस सूत्रों के अनुसार चंदन यादव ने अप्रैल 2022 में झरिया के टायर व्यवसाई रंजीत साव हत्याकांड में भी शामिल था. कतरास रानी बाजार में रहने वाले कोयला कारोबारी अभय सिंह के घर पर फायरिंग की घटना में भी वह शामिल था. इसके अलावा विधायक ढुल्लू महतो के समर्थक राजेश गुप्ता के घर पर भी रंगदारी के लिए उसने फायरिंग की थी. धनबाद में वह कई अन्य घटनाओं को अंजाम दे चुका है. धनबाद पुलिस के हाथ में अमन सिंह गिरोह के कई लोग लग चुके हैं. बोकारो के हरला से 9 लोगों को अभी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. कई थानों में रखकर उन लोगों से पूछताछ हुई. उनकी निशानदेही पर झरिया से भी दो लड़कों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. चंदन की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है.अमन सिंह और प्रिंस खान का गिरोह धनबाद का सुख चैन छीन लिया है .कभी होटल पर फायरिंग, कभी कारोबारियों को धमकाना, कभी उन पर हमला बोल देना यह आम बात हो गई है. लोगों का पुलिस पर से भरोसा उठ रहा है. अमन सिंह गैंग तो नहीं लेकिन प्रिंस खान के लोग घटना को अंजाम भी देते हैं और पर्चा जारी कर जिम्मेवारी भी लेते हैं. धमकाते हैं कि अगर उनकी बातों को नहीं माना गया, उनका कॉल रिसीव नहीं किया गया तो सभी को दुर्गापुर भेज दिया जाएगा. दुर्गापुर में ही क्रिटिकल मामलो को इलाज के लिए भेजा जाता है. देखना है अमन सिंह के इस गिरोह को पकड़ कर पुलिस आगे किन-किन अपराधियों पर हाथ डालती है .पुलिस कई एंगल पर काम कर रही है
अपराधियों को अलग-अलग जेलों में किया जा रहा शिफ्ट
धनबाद जेल में बंद अपराधियों को अलग-अलग जेलों में शिफ्ट किया जा रहा है .अमन सिंह गिरोह के लोगों को एक साथ धनबाद जेल में रखने के बजाय अलग-अलग जेलों में भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई है. पुलिस का मानना है कि गैंग के लोग अलग-अलग जेलों में रहेंगे तो अपराध की योजना नहीं बना सकते. पुलिस को यह भी जानकारी है कि जितनी भी बड़ी घटनाएं होती हैं ,उनकी योजनाएं जेल से ही बनती है .इसलिए भी पुलिस गिरोह के लोगों को अलग-अलग जेलों में शिफ्ट करने की कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ा रही है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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