धनबाद(DHANBAD): धनबाद के हीरापुर में एक अजीबोगरीब घटना हुई है. डॉक्टर ने जिस महिला को मृत घोषित कर दिया था, बेटा उसे जिंदा बता कर 6 दिनों तक लाश को घर में रखे रहा. इसके बाद दोबारा लाश को अस्पताल ले गया. फिर डॉक्टर ने उसे मृत बताया, पर बेटा यह मानने को तैयार नहीं था. लाश को जिंदा मानकर फिर उसे लेकर घर वापस आ गया. यह सब चल ही रहा था कि लाश की दुर्गंध से मोहल्ले के लोग परेशान हो गए. मोहल्ले के लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंची. उसके बाद पुलिस ने शनिवार की शाम महिला की लाश को मच SNMMCH भेजा. कहा तो यह जा रहा है कि बेटे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है.
जानिए पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक हीरापुर मास्टर पाड़ा उपाध्याय भवन निवासी सौरभ उपाध्याय अपनी 74 वर्षीय मां को लेकर पिछले सोमवार को SNMMCH की इमरजेंसी इलाज कराने गया था. वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद महिला को मृत घोषित कर दिया. बेटे ने डॉक्टरों की बात मानने से इनकार कर दिया. यह कहते हुए मां की लाश को घर लाया कि उसकी सांसे चल रही है. इसके बाद वह लाश को अपने साथ घर में रखे रहा. शुक्रवार की देर रात को दोबारा शव लेकर वह SNMMCH की इमरजेंसी में पहुंचा. डॉक्टर ने शव को देखते ही पहचान लिया. लाश से दुर्गंध भी आ रही थी. डॉक्टर ने बेटे को समझाने की कोशिश की. लेकिन अपनी मां को मरी हुई मानने को बेटा तैयार नहीं था. रात भर इमरजेंसी के सामने लाश के साथ बैठा रहा और सुबह उसे वापस घर लाया. इधर , शव के दुर्गंध से मोहल्ले के लोग परेशान हो गए. दुर्गापुर में रहने वाले मृतका के भाई को सूचना दी गई. भाई धनबाद आए. उन्होंने भी अपने भांजे को समझने की कोशिश की. बावजूद अपनी मां को मृत नहीं मान रहा था. पूर्व वार्ड पार्षद प्रियरंजन ने मामले की जानकारी सदर थाने को दी. शनिवार शाम मास्टर पड़ा पहुंची पुलिस ने बेटे को समझाना चाहा, लेकिन वह किसी की बात नहीं मान रहा था. अंत में जबरन महिला के शव को पुलिस ने SNMMCH भेजा.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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