धनबाद(DHANBAD) | 2024 के धनबाद लोकसभा चुनाव में कुल 14,18,264 वोट पड़े हैं, जबकि 2019 के चुनाव में 12,48,471 वोट पड़े थे. 2019 के मुकाबले 2024 में 1,70,000 के लगभग अधिक मत पड़े हैं और यही यह अधिक वोटिंग है कि आमने-सामने लड़ने वाले दोनों प्रत्याशियों के समर्थक इस वोट को लेकर अपने -अपने उम्मीदवारों की जय- जय कर रहे है. कोई 5 लाख से अधिक से जीतने का दावा कर रहा है तो कोई कह रहा है कि 3 लाख से जीत दर्ज होगी. असली आंकड़ा तो 4 जून को ही मिल पाएगा, लेकिन तब तक गुणा भाग का दौर चल रहा है और चलता रहेगा. 2024 में धनबाद लोकसभा में मतदान का बढ़ा प्रतिशत समर्थकों को उत्साहित कर दिया है लेकिन राजनीतिक पंडितों को उलझन में फंसा दिया है. राजनीतिक पंडित समझ नहीं पा रहे हैं कि इस बढ़े हुए वोट का समीकरण क्या है. टाइगर जयराम महतो की भी चर्चा चल रही है और कम से कम चंदनकियारी , बोकारो और सिंदरी में जयराम की पार्टी को मत मिलने की बात लोग कह रहे है.
सभी कर रहे चार जून का इंतजार
यही सब वजह है कि राजनीतिक पंडित भी उलझन में फंसे हुए हैं और 4 जून का इंतजार कर रहे है. चुनाव के बीच और बाद में भाजपा और कांग्रेस की कार्रवाइयां भी उलझन बढ़ा रही है. 2019 में बोकारो में 53.08 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2024 में 52.86 प्रतिशत मतदान का आंकड़ा सामने आया है. इसी तरह चंदनकियारी में 2019 में 73.8 2% मतदान हुआ था जबकि 2024 में 72.98% मतदान हुआ है. सिंदरी, निरसा , धनबाद और झरिया चारों विधानसभा क्षेत्र में 2019 की तुलना में 2024 में वोट के प्रतिशत बढ़े है. 2019 में क्रमशः सिंदरी में 71.49 प्रतिशत, निरसा में 67.79 प्रतिशत, धनबाद में 55.07 प्रतिशत, झरिया में 50. 60% वोटिंग हुई थी. 2024 में सिंदरी विधानसभा में 72.57 प्रतिशत, निरसा में 70.73 प्रतिशत, धनबाद में 56.49 प्रतिशत, झरिया में 55.84% मतदान होने का आंकड़ा सामने आया है. कुल मिलाकर 62.06 प्रतिशत मतदान हुआ है, जबकि 2019 में 60.4 7% मतदान हुआ था. झरिया, धनबाद, निरसा और सिंदरी में मतदान का प्रतिशत बढ़ने से किस दल को कितना फायदा हो सकता है, इसका भी आकलन किया जा रहा है. 2024 के लोकसभा चुनाव में दलों को भितरघात का भी खतरा था. इसका भी आकलन शुरू कर दिया गया है. चुनाव परिणाम के बाद यह मामला और अधिक तूल पकड़ सकता है.
एक कांग्रेस के पास तो पांच भाजपा के पास
झरिया विधानसभा क्षेत्र अभी कांग्रेस के कब्जे में है जबकि निरसा , धनबाद, सिंदरी, बोकारो और चंदनकियारी सीट भाजपा के पासहै. वैसे, भाजपा का धनबाद में अपना इतिहास रहा है. भाजपा धनबाद से बंपर वोटो से जीतती रही है. इस बार भी भाजपा के लोगों को उम्मीद है कि जीत उन्हीं की होगी. तो कांग्रेस प्रत्याशी भी जीतने का ताल ठोक रही है.धनबाद में एके राय की पार्टी मासस भी चुनाव लड़ रही है. इतना तो तय है कि टाइगर जयराम महतो के उम्मीदवार और मासस के प्रत्याशी को कितना वोट आता है ,इस पर बहुत कुछ निर्भर करेगा. राजनीतिक पंडित भी उलझन में है और यह स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं कि कौन जीत रहा है. वैसे धनबाद लोकसभा सीट बीजेपी के लिए गारंटी वाली सीट मानी जाती है. 2004 के बाद कांग्रेस का उम्मीदवार यहां से जीत नहीं पाया है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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