DHANBAD: जय दुर्गे, जय दुर्गे का जयकारा और युवाओं के कंधे पर मां की प्रतिमा, वर्षों से कायम है यह अनूठी परंपरा

धनबाद के कई जगहों पर आज भी युवा अपने पूर्वजों की  शुरू की गई परंपराओं का धैर्य, विश्वास और अनुशासित होकर पालन करते है.  मां की प्रतिमा को कंधे पर उठाते हैं, मां दुर्गा के जयकारा लगाते हैं और फिर सड़कों का भ्रमण करते हुए प्रतिमा को तालाबों में विसर्जित करते है.  यह दृश्य काफी मनमोहक  तो होता ही है,उत्साह भी चरम पर होता है

DHANBAD: जय दुर्गे, जय दुर्गे का जयकारा और युवाओं के कंधे पर मां की प्रतिमा, वर्षों से कायम है यह अनूठी परंपरा