Dhanbad Gas Leakage: सिंदरी विधायक और कांग्रेस नेता अशोक सिंह पहुंचे गैस प्रभावित केंदुआडीह, लोगों ने क्या बताई अपनी पीड़ा!


धनबाद(DHANBAD) | धनबाद के केंदुआडीह में गैस रिसाव अभी भी जारी है. शनिवार को माले और कांग्रेस की संयुक्त टीम ने केंदुआडीह इलाके का दौरा किया. सिंदरी विधायक बबलू महतो और कांग्रेस नेता अशोक सिंह, योगेंद्र सिंह जोगी सहित अन्य प्रभावित इलाके में गए. वहां लोगों से मुलाकात की. बताया कि आधे घंटे से 40 मिनट तक वह लोग वहां रहे, लेकिन इस दौरान उन्हें असहजता महसूस होने लगी. पता नहीं, कैसे 24 घंटे लोग वहां रह रहे है. नेताओं ने अस्थाई टेंट लगाकर आश्रय गृह में रह रहे प्रभावित लोगों से मुलाकात की और लोगों की परेशानी जानने की कोशिश की.

प्रभावित लोगों की डिमांड है कि ड्रिल कर गैस को किसी निर्जन स्थान पर निकाला जाए और उन्हें सुरक्षित रहने दिया जाए. आश्रय गृह में सुविधा ,भोजन को लेकर भी लोगो ने शिकायत की. कुछ लोगों का दावा है कि वह लोग रैयत है और 2002 तक उनकी रसीद कटी है. जबकि बीसीसीएल का कहना है कि वह जमीन उसकी है और रैयतों का यहां कोई अधिकार नहीं है. खैर जो भी हो, लेकिन गैस रिसाव के बाद स्थिति भयावह है, वहां रहना किसी बड़े खतरे को आमंत्रित करना है. वह इलाका पहले से ही डेंजर जोन घोषित है.
विधायक बबलू महतो का कहना है कि बीसीसीएल भय का माहौल पैदा कर लोगो को हटाना चाहता है. लेकिन हमलोग ऐसा होने नहीं देंगे. विधायक बबलू महतो ,अशोक सिंह वहां से लौट कर उपयुक्त न से भी मुलाकात की और वस्तु स्थिति से उन्हें अवगत कराया. उपायुक्त ने कहा कि आपदा प्रबंधन के तहत जो प्रावधान है, उसके तहत प्रभावितों को सुविधा दी जा रही है. उन्हें समझाया जा रहा है कि इलाका खाली कर दें और बेलगड़िया में शिफ्ट हो जाए. उपायुक्त ने विधायक और कांग्रेस नेता को यह भी बताया कि बेलगड़िया में चार बसों की सुविधा दी गई है. दो डीजल बस है और दो इलेक्ट्रिक बसे है. लोग अगर रोजी रोजगार के लिए इधर आना चाहते हैं ,तो वह आ सकते हैं ,लेकिन स्थाई निवास उन्हें बनाए रखना खतरे से खाली नहीं है. उपायुक्त ने बताया कि स्थिति को देखते हुए शिफ्ट कर जाना ही एकमात्र उपाय दिख रहा है.
वैसे विधायक बबलू महतो ने कहा कि डीसी को प्रभावित लोगों की इच्छा से अवगत कराया गया है और किसी बीच का रास्ता निकालने का अनुरोध किया गया है. कांग्रेस नेता अशोक सिंह ने कहा कि जिस जगह पर अस्थाई आश्रय बनाया गया है, वह भी गैस प्रभावित इलाका है. ऐसे में प्रशासन को किसकी जमीन है, किसकी नहीं, के पचड़े से अलग हटकर मानवता दिखानी चाहिए. उन्होंने सुझाव दिया कि बगल में ही भूली में खाली जगह पड़ी हुई है. उन्हें अस्थाई तौर पर ही सही, भूली में आश्रय बनाकर शिफ्ट किया जाना चाहिए. बता दें कि केंदुआडीह में मंगलवार से ही जहरीली गैस का रिसाव हो रहा है. दो लोगों की अब तक मौत हो चुकी है, पचासों लोग बीमार पड़े हुए है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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