बस्ताकोला मुक्तिधाम में डॉक्टर दम्पती के दाह-संस्कार के पहले रोया धनबाद, जानिए क्यों


धनबाद(DHANBAD) : बस्ताकोला मुक्तिधाम में रविवार को डॉ विकास हाजरा, पत्नी प्रेमा हाजरा एवं भगिने का अंतिम संस्कार हुआ. बेटे आयुष ने मुखाग्नि दी, मुखाग्नि देते ही जो लोग अपने को अब तक रोक पा रहे थे, रो पड़े. इसके पहले आज सुबह टेलिफोन एक्सचेंज रोड स्थित उनके आवास से शव यात्रा निकली. शव यात्रा बस्ता कोला मुक्तिधाम तक गई और उसके बाद अंतिम क्रिया पूरी की गई. विकास हाजरा, उनकी पत्नी सहित पांच लोगों की शुक्रवार की देर रात को दम घुटने से मौत हो गई थी. इस घटना ने पूरे धनबाद को हिला कर रख दिया है.
फॉरेंसिंग की टीम ने घंटो की जांच
सहसा किसी को भरोसा ही नहीं हो रहा था कि अगलगी की घटना में डॉक्टर दंपति मारे गए होंगे. लेकिन थी तो यह हकीकत. कल धनबाद के SNMMCH में दोबारा शव का पोस्टमार्टम कराया गया. रविवार को फॉरेंसिंग की टीम डॉक्टर के घर पहुंची और घंटो जांच पड़ताल की. आग कैसे लगी, क्यों लगी, कैसे मौत हुई, इन सब बातों की जांच पड़ताल हुई. पूरी जांच की वीडियोग्राफी भी कराई गई है. शनिवार को डॉ विकास हाजरा के पुत्र एवं पुत्री धनबाद पहुंचे. उसके बाद रविवार की सुबह अंतिम क्रिया पूरी की गई. डॉक्टर दम्पति के नहीं रहने का दुख धनबाद को आज साफ-साफ दिखा. लोग उनके साथ बिताए पलों को याद कर रो पड़ रहे थे. डॉ विकास हाजरा और डॉक्टर प्रेमा हाज़रा धनबाद के ही नहीं, अगल-बगल के जिलों के बहुत से लोगों को अनाथ कर अनंत यात्रा पर चले गए है. रविवार को कुछ मरीज डॉ विकास हाजरा और प्रेमा हजरा को दिखाने के लिए पहुंचे थे. घटना सुन वह स्तब्ध रह गए.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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