धनबाद: फर्जी पते पर कंपनी चलाकर वाणिज्य कर विभाग को चूना लगाने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. वाणिज्य कर विभाग ने धनबाद के बिशनपुर की सर्वश्री श्री राम एंड कंपनी और उसके मालिक छोटू राम पर 14.02 करोड रुपए की इंटीग्रेटेड जीएसटी चोरी का आरोप लगाते हुए शनिवार को धनबाद थाने में प्राथमिक दर्ज कराई है.
जानिए पूरा मामला
छोटू राम बिशनपुर स्थित जिला स्कूल के समीप रहते हैं.आरोप है कि सर्वश्री श्री राम एंड कंपनी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी, मुगलसराय और गाजियाबाद की चार कंपनियों को इनपुट टैक्स क्रेडिट हस्तांतरित किया. इससे सरकार को करोड़ों का राजस्व का नुकसान हुआ. जब वाणिज्य कर विभाग की ओर से मामले की जांच की गई तो सभी कंपनियां लापता मिली. जांच के दौरान जीएसटी अधिकारियों ने सबसे पहले विभाग में जमा कंपनी के पते की भौतिक सत्यापन शुरू किया. इस क्रम में पता चला कि कागज पर कंपनी को विशनपुर जिला स्कूल के पीछे रहने वाले कमल नयन सिंह के मकान में किराए पर चलता हुआ बताया गया था. विभाग में जमा कागज के अनुसार 9 फरवरी 2022 को कमल नयन सिंह के साथ किराए पर मकान देने को लेकर छोटू राम के साथ इकरारनामा हुआ था.इस पते पर छोटू राम ने 5 फरवरी 2022 को कंपनी का जीएसटी में निबंधन कराया था. इस जानकारी के आधार पर जीएसटी के अधिकारियों ने जब उक्त मकान के मालिक कमल नयन सिंह से पूछताछ की तो पता चला कि वह किसी छोटू सिंह को जानते नहीं हैं .और नहीं उनका कोई इकरारनामा हुआ है. उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने अपना मकान किसी को किराए पर दिया ही नहीं है. जांच के क्रम में यह भी पता चला है कि जीएसटी निबंधन लेने के लिए छोटू राम ने कमल नयन सिंह के नाम से फर्जी एग्रीमेंट की कॉपी व मकान की होल्डिंग टैक्स से संबंधित दस्तावेज जीएसटी विभाग में ऑनलाइन जमा कराए थे. प्राथमिक के अनुसार वित्तीय वर्ष 21-22 और 22, 23 के दौरान सर्व श्री श्री राम एंड कंपनी ने विभिन्न कंपनियों से कोयले की खरीद बिक्री की. इस दौरान उसने जीएसटी के आउटपुट टैक्स का भुगतान नहीं किया.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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