दुमका(DUMKA):दुमका के बासुकीनाथ धाम आने वाले श्रद्धालु आस्था के नाम पर धोखा खरीद कर वापस घर लौटते हैं. ये हम नहीं कह रहे बल्कि प्रशासनिक कार्रवाई में इसका खुलासा हुआ है. दुमका के बासुकीनाथ धाम में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला लगता है. प्रशासन का ये प्रयास रहता है कि यहां आने वाले श्रद्धालु फौजदारी बाबा पर सुगम जलार्पण के साथ सुखद अनुभूति लेकर वापस अपने घर जाएं. लेकिन मेला परिसर में कुछ दुकानदार ऐसे हैं, जो प्रशासन के इस प्रयास पर पानी फेरने का काम करते हैं.
श्रद्धालु आस्था के नाम पर धोखा खरीद कर वापस घर लौटते हैं
दुमका एसडीओ कौशल कुमार को बार-बार ये शिकायत मिल रही थी कि बासुकीनाथ धाम क्षेत्र स्थित प्रसाद सामग्री के दुकानों में घटिया क्वालिटी से निर्मित पेड़ा कम वजन के साथ श्रद्धालुओं को दिया जाता है. शिकायत को एसडीओ ने गंभीरता से लिया और सोमवार की पूरी टीम बासुकीनाथ धाम पहुंची. जिसमें प्रशिक्षु आईएएस सनी राज, खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अमित कुमार राम, जरमुंडी बीडीओ फुलेश्वर मुर्मू, सीओ राजकुमार प्रसाद तथा बासुकीनाथ नगर पंचायत के विशेष पदाधिकारी आशीष कुमार शरीक थे.
एसडीओ कौशल कुमार को बार-बार मिल रही थी शिकायत
अधिकारियों की टीम ने शिव गंगा तट स्थित ओम पेड़ा भंडार सहित कई दुकानों से पेड़ा का सैंपल कलेक्ट किया. जिसे जांच के लिए खाद्य प्रयोगशाला भेजा जाएगा. जांच रिपोर्ट में अगर खाद्य सामग्री की गुणवत्ता में त्रुटि पायी गयी तो संबंधित दुकानदारों पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्यवाही की जाएगी. वहीं ओम पेड़ा भंडार के इलेक्ट्रॉनिक कांटा की भी जांच की गई, तो पता चला कि एक किलो सामग्री पर लगभग 240 ग्राम कम वजन श्रद्धालुओं को दिया जा रहा था.
एक किलो पर 240 ग्राम कम वजन श्रद्धालुओं को दिया जा रहा था
टीम की ओर से तत्काल इलेक्ट्रॉनिक कांटा सीज करते हुए ओम पेड़ा भंडार सहित कुछ अन्य दुकानदारों पर भी कम वजन देने के आरोप में जुर्माना लगाया गया. वहीं इस मामले पर पूछे जाने पर एसडीओ कौशल कुमार ने कहा कि श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सावन आने में महज कुछ दिन ही शेष है प्रशासन की ओर से जिस अभियान की शुरुआत की गई है.
कम वजन देनेवाले दुकानदारों पर लगाया गया जुर्माना
ये लगातार चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने का निर्देश भी दिया गया है. अगर दुकानदार खुद से अतिक्रमण हटा लेते हैं, तो बेहतर है अन्यथा प्रशासनिक स्तर से मेला क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा. इसका खर्च संबंधित दुकानदार को वहन करना पड़ेगा. प्रशासन की इस कार्यवाही से बासुकीनाथ धाम स्थित दुकानदारों में हड़कंप मच गया है.
रिपोर्ट-पंचम झा
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