देवघर(DEOGHAR): प्रकृति का पर्व करमा झारखंड का सबसे महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है. खासकर आदिवासी समाज इसे धूम धाम से मनाता है. भाई बहन के प्यार के रूप में भी इसे मनाया जाता है. लेकिन देवघर में आज करम पूजा के लिए फूल तोड़ने गए एक व्यक्ति को अपनी जान गवांनी पड़ी. इस घटना के बाद खुशी का माहौल गम में बदल गया.
पैर फिसलने से पानी में डूबा और हो गई मौत
देवघर के जसीडीह थाना क्षेत्र के जमुनियाटांड़ का रहने वाला 30 वर्षीय व्यक्ति प्रकाश तुरी करम पर्व की खुशी मना रहा था. इस पर्व के लिए वह अपने घर से खुशी खुशी फूल तोड़ने के लिए निकला था. लेकिन उसको शायद यह नही मालूम था की वह घर से आखिरी बार निकल रहा है. घर से कुछ दूर स्थित पुराना पोखरा था जो अब पुनासी डैम में आता है इसी में डूब कर मर गया. दरअसल प्रकाश तुरी पोखरा के किनारे स्थित पेड़ से फूल तोड़ रहा था की अचानक उसका पैर फिसल गया और वह पानी में गिर गया. गहरा पानी होने के कारण झाड़ी में वह फस गया जिससे दम घुटने से उसकी मौत हो गई.
पूरे गांव में पसरा मातम
स्थानीय गोताखोर ग्रामीणों की मदद से उसके शव को बाहर निकाला गया. जिस गांव और घर में करम पूजा की खुशी थी वह अब मातम में बदल गया. इस घटना से पूरा गांव का माहौल गमगीन हो गया है. घटना की सूचना पर कई जनप्रतिनिधि पीड़ित के घर पहुँच सांत्वना दे रहे हैं.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा
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