देवघर(DEOGHAR): देवघर के चितरा में स्वतंत्रता सेनानी 100 वर्षीय देवी प्रसाद सिंह चौधरी का आज निधन हो गया. इनके निधन से जिले में शोक की लहर है.
भरा पूरा परिवार का साथ छूटा
वे अपने पीछे पुत्र ब्रजकिशोर सिंह चौधरी और सच्चिदानंद सिंह चौधरी ,पुत्री उषा देवी सहित पोता वीरेंद्र सिंह चौधरी उर्फ मंटू ,आलोक कुमार धीरज, शशांक चौधरी, अमल चौधरी समेत पूरा भरा पूरा परिवार छोड़ गए . उनके निधन से परिजनों सहित आसपास के क्षेत्र में शोक की लहर है.
शिमला गांव स्थित घर पर संवेदना व्यक्त करने वालों का लगा तांता
स्वतंत्रता सेनानी देवी प्रसाद सिंह चौधरी के निधन की खबर सुनते ही पूर्व विधायक उदय शंकर सिंह ,झामुमो नेता परिमल सिंह,कुकराहा मुखिया महादेव सिंह ,सारठ विधायक प्रतिनिधि रघुनंदन सिंह, विष्णु प्रसाद राय , युधिष्ठिर राय ,अशोक सिंह, सुबोध सिंह, हृदय नारायण सिंह, दिलीप सिंह ,रविंद्र नाथ सिंह, सुमन सिंह , मनीष सिंह, काशीनाथ सिंह समेत सैकड़ो उनके अंतिम दर्शन के लिए शिमला गांव पहुंचे और भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. वहीं परिजनों ने बताया कि स्वर्गीय देवी प्रसाद सिंह चौधरी का पैतृक गांव धनबाद जिला अंतर्गत चिरुड़ीह तांतरी है . सारठ प्रखंड स्थित शिमला उनका ससुराल था.
महात्मा गांधी के आह्वाहन पर स्वतंत्रता आंदोलन में कूदे थे
जसीडीह के घोरलास स्थित बहन घर में रहकर देवघर के आर मित्रा स्कूल में पूर्व विदेश सचिव स्वर्गीय मुचकुंद दुबे के साथ पढ़ाई करते थे दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी. उस समय महात्मा गांधी के आह्वान पर राष्ट्रीय आंदोलन में पढ़ाई छोड़कर कूद पड़े थे. 17 वर्ष की उम्र में जेल भी गए. इनके पिताजी स्वर्गीय बैकुंठ नारायण सिंह चौधरी धनबाद जिला परिषद के अध्यक्ष थे. धनबाद में राष्ट्रीय आंदोलन में इनका भी बड़ा योगदान था. स्कूल के समय से ही राष्ट्रीय आंदोलन में इन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई थी.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा
4+