धनबाद(DHANBAD): धनबाद में बैठकर साइबर अपराधी देश के कोने-कोने के लोगों को बेधड़क ठग रहे हैं. पुलिस कार्रवाई तो कर रही है, गैंग तो तोड़ रही है. साइबर अपराधी गिरफ्तार भी हो रहे है. लेकिन उनकी गतिविधियां कम नहीं रही है. साथ ही उनके साइबर ठग बनने की रोचक कहानियां भी सामने आ रही है. पुलिस ने धनबाद के भुईंफोड़ के बगल स्थित कोऑपरेटिव कॉलोनी में किराए के घर लेकर ठगी करने वालों को पकड़ा तो कई कहानियां सामने आई. उनमें से एक तेतुलमारी का रहने वाला कृष्ण देव कुमार भी शामिल है. उसने पुलिस को बताया कि उसने लव मैरिज की है. शादी के बाद पिता ने घर से निकाल दिया. उसके बाद घर चलाने के लिए दोस्तों के साथ मिलकर साइबर ठगी करने लगा. यहां से पुलिस ने चार लड़कों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार कई बिहार के बताये गए हैं
गिरफ्तार कुछ लड़के बिहार के बताए जाते है. इस गैंग का सरगना झरिया का कोई प्रिंस है. लेकिन पुलिस उस तक अभी नहीं पहुंच पाई है. दरअसल, गैंग के लोग बेरोजगार लड़कों को इकट्ठा करते हैं और फिर ठगी करवाने लगते है. उन्हें फिक्स्ड सैलरी दी जाती है. पकड़े गए साइबर ठगों ने पुलिस को बताया कि उन लोगों ने बिहार के कृषि पदाधिकारी का व्हाट्सएप ऐप के प्रोफाइल फोटो में तस्वीर लगाकर लोगों को झांसा दिया. दूसरे शहर में तबादला होने की बात कह कर सस्ते दाम पर घर का पुराना सामान बेचने की बात कही. बिहार के भोजपुर निवासी से उन लोगों ने इस तरीके से ₹45000 की ठगी कर ली थी. पकड़े गए लड़कों के पास से एक डायरी और दो कॉपियां मिली है. इसमें साइबर ठगी के लाखों रुपए का हिसाब है. डायरी में 16 बैंक खातों का विवरण है. जिन बैंक खातों में ठगी के रुपए मंगाए जाते थे,उनका विवरण भी मिला है. बाद में इन रुपयों को अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया जाता था.
बैंक खातों का संचालन गिरोह के सरगना ही करते है
सभी खातों का संचालन गैंग का सरगना ही करता है. आरोपियों के पास से पुलिस ने सभी बैंक खातों के विवरण के अलावा 24 मोबाइल, 21 सिम कार्ड, एक आईपैड, एक लैपटॉप और विभिन्न बैंकों से जुड़े पांच बारकोड बोर्ड के अलावा कई कागजात जब्त किए है. इधर, पुलिस ने निरसा के पीठाकियारी गांव में भी छापेमारी की और गिरफ्तारी की है. पुलिस ने यहां से अंतर प्रांतीय साइबर ठग के तीन को पकड़ा है. उनके पास से 10 मोबाइल फोन, 16 सिम कार्ड और मोबाइल डायरेक्टरी बरामद की गई है. यह लोग निरसा में बैठकर तेलंगाना, तमिलनाडु के लोगों के बैंक खातों पर डाका डाल रहे थे. जो भी हो, लेकिन "गैंग्स ऑफ़ जामताड़ा" के लोग अब पूरे देश में फैल गए है. धनबाद को तो इन लोगों ने चारागाह बना लिया है. पुलिस छापेमारी करती है. गिरफ्तार करती है, एक गैंग टूटता है तो दूसरा गैंग खड़ा हो जाता है. तरह-तरह से बहाना बनाकर ऐसे गैंग लोगों के बैंक खाते पर डाका डालते है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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