धनबाद(DHANBAD): सड़कों का अतिक्रमण, फुटपाथ का अतिक्रमण, यहां तक की 50 साल पुराने कुएं का भी अतिक्रमण, जी हां- सुनकर आश्चर्यचकित मत होइए. नगर निगम की टीम ने मंगलवार को जब बैंक मोड़ इलाके में अतिक्रमण हटाने पहुंची तो यह देखकर दंग रह गई कि जिस कुएं से सैकड़ों लोग रोज पानी भरते हैं, उसका भी अतिक्रमण कर दुकानें लगा ली गई थी. मतलब पानी भरने वाले भी इसका विरोध नहीं करते थे और जैसे-तैसे पानी भरकर काम चलाते थे. लेकिन दुकानदारों पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ता था. वैसे भी, बैंक मोड़ घना बाजार है, कई तरह के ठेले- खोमचे लगते है. पानी की जरूरत होती है, ऐसे में भार वालों से लोग पानी लेते है. भार वालों को यही कुआं एक स्रोत है, लेकिन इसका भी अतिक्रमण कर लिया गया था. निगम के अधिकारियों ने कुए को अतिक्रमण मुक्त करा दिया और आगे नहीं करने की चेतावनी दी.
50 साल से भी अधिक समय से है यह कुंआ
अगल-बगल के लोगों का कहना है कि यहां 50 साल से भी अधिक समय से यह कुआं है और लोग इसके पानी का उपयोग करते रहे है. यानी अतिक्रमण कर पानी भरने पर भी रोक लगाने की कोशिश की गई थी. वैसे सड़क पर अतिक्रमण तो यहां आम बात है. निगम की टीम एक तरफ से अतिक्रमण हटा ती है तो दूसरी तरफ लोग फिर से दुकानें लगा लेते है. कई बार निगम ने अतिक्रमण हटाया, एक जगह से अतिक्रमण हटता है तो सड़के साफ दिखने लगती है लेकिन फिर 24 घंटा के अंदर ही सड़कों पर अतिक्रमण हो जाता है. ट्रैफिक की भी समस्या उत्पन्न हो जाती है. धनबाद की सड़कें रात में चौड़ी दिखती है, जब ट्राफिक कम होता है लेकिन दिन में यही सड़कें सकरी हो जाती है, जब ट्रैफिक का लोड अधिक हो जाता है. निगम की ओर से वेंडिंग जोन का भी प्रयास किया जा रहा है लेकिन जिस अनुपात में फुटपाथ दुकानदारों की संख्या बढ़ रही है ,उसके हिसाब से वेंडिंग जोन नहीं बन पाया है. देखना है इसका स्थाई समाधान क्या निकलता है.
धनबाद से संतोष की रिपोर्ट
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