रांची(RANCHI): सेना की जमीन फर्जी तरीके से बिक्री करने के मामले में ईडी की जांच तेज है. इस जांच में दर्जनों अधिकारी, जमीन दलाल और राजनेता रडार पर है. इस पूरे मामले को ईडी जल्द सुलझाने की कोशिश कर रही है. सेना की जमीन बिक्री में अंचल कार्यालय से लेकर रजिस्टार कार्यालय और निगम तक शामिल है. तमाम लोगों की मिली भगत से ही जमीन की बिक्री की गई है. इस घोटाले में अब तक ईडी दर्जनों लोगों से पूछताछ कर चुकी है. इस पूछताछ की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए ईडी की ओर से रांची नगर निगम के राजस्व वसूली के एक कर्मी को समन भेज कर पूछताछ के लिए आठ मई को बुलाया है.
सेना की जमीन बिक्री मामले में नगर निगम से ईडी जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर जब सब दस्तावेज फर्जी था तब उस जमीन का होल्डिंग टैक्स कैसे जमा कर दिया था. आखिर क्या कारण रहा की बिना जांच के पूरी प्रक्रिया को पूरा किया गया था. अब ईडी के सामने नगर निगम के कर्मी को जवाब देना होगा.
बता दे कि इससे पूर्व रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन, डिप्टी रजिस्टार वैभव मणि त्रिपाठी, कोलकाता के एडिशनल रजिस्टार त्रिदीप मिश्रा के अलावा दर्जनों जमीन कारोबारी से पूछताछ हो चुकी है. वहीं रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को दोबारा से ईडी ने चार मई को ईडी दफ्तर तलब किया है. इस पूछताछ में भी कई कड़ी जुड़ सकती है. पिछले तारीख को जब छवि को समन भेज कर बुलाया था तब उनसे लंबी पूछताछ चली थी. इस पूछताछ में ईडी को कई जानकारी मिली थी. आईएएस से पूछताछ के बाद कई अन्य लोगों से पूछताछ हुई. जिससे कई जानकारी ईडी को मिली है.
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