कांग्रेस नेता आलोक दुबे पहुंचे गुमला, कांग्रेस और जेएमएम के गठबंधन पर की खास चर्चा


गुमला (GUMLA): झारखंड की सत्ता में भले ही कांग्रेस और जेएमएम दोनों साथ में सरकार चला रही है. दोनों पार्टी गठबंधन में पूरी तरह से ईमानदारी दिखाने की कोशिश भले ही कर ले, लेकिन राजनीति में कोई किसी का स्थायी दोस्त नहीं होता है. यह कहावत यहां भी लागू होती है. तभी तो दोनों पार्टी अपने को मजबूत और जनता के बीच अधिक होने का हमेशा प्रयास करती रहती है.
संगठन को मजबूत करने की कोशिश
एक समय था कि गुमला जिला की तीनों विधानसभा सीट के साथ ही लोकसभा की सीट भी कांग्रेस के पास थी. लेकिन, अभी की स्तिथि में न तो लोकसभा की सीट है, और न ही तीनों विधानसभा की सीट में एक भी सीट है. अपनी पुरानी स्तिथि को पाने के लिए कांग्रेस अपनी ओर से पूरा कोशिश कर रही है. उसी का परिणाम है कि कांग्रेस के नेता लगातार गुमला में संगठन को मजबूत करने में लगे हैं. कांग्रेस के प्रदेश स्तर के नेता आलोक दुबे संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से लगातार गुमला में बैठक कर रणनीति बनाने में लगे हैं. पहले तो उन्होंने कहा कि सूबे की सरकार काफी अच्छा काम कर रही है. वहीं केंद्र की मोदी सरकार के विकल्प के रूप में लोग कांग्रेस से जुड़ना चाहते हैं.
गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं
जब आलोक दुबे से पूछा गया कि आने वाले दिनों में गुमला की विधानसभा सीट पर कांग्रेस के भी विधायक होंगे तो उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई स्थायी दोस्त और दुश्मन नहीं होता. उन्होंने कहा कि वे राज्य की 81 विधानसभा सीट पर तैयारी कर रहे हैं. जिस तरह से उन सीट पर भी कांग्रेस अपने को मजबूत कर रही है, जहां गठबंधन के उनके साथी जेएमएम के विधायक है. उससे स्पष्ट है कि सरकार के गठबंधन साथियों में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.
रिपोर्ट: सुशीत कुमार, गुमला
4+