रांची(RANCHI): झारखंड की रसूखदार IAS अधिकारी के दिन वापस लौट गए हैं. 30 महीने निलंबित रहने के बाद IAS अधिकारी पूजा सिंघल को वापस से अब कुर्सी मिल गई है. फिलहाल के लिए उन्हें कार्मिक विभाग में जगह दी गई है, लेकिन चर्चा है कि जल्द पूजा सिंघल को अच्छे विभाग में शिफ्ट किया जाएगा. पूजा सिंघल के अनुभव और कार्य क्षमता को देखते हुए सरकार बड़ी जिम्मेवारी देने पर विचार कर रही है. बता दें कि, पूजा सिंघल पहले खान सचिव के साथ कई अहम विभाग की जिम्मेवारी संभाल चुकी हैं. पूजा सिंह 2000 बैच की एक तेज तरार IAS अधिकारी है. साथ ही सबसे कम उम्र में UPSC की परीक्षा क्रैक करने का गौरव भी इनके नाम है.
मनी लॉन्ड्रिंग का लगा आरोप
बता दें कि, पूजा सिंघल को ईडी ने 11 मई 2022 को गिरफ्तार किया था. पूजा सिंघल पर मनरेगा के साथ-साथ खान विभाग में घोटाले के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा था. कई जगहों पर एक साथ छापेमारी भी देखने को मिली थी. आखिर में पूजा से लंबी पूछताछ हुई और बाद में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था. इस दौरान एक हजार करोड़ रुपये के खेल होने की संभावना ईडी की ओर से जताया गया था.
7 दिसंबर 2024 को मिली जमानत
लेकिन 28 महीने जेल में रहने के बाद पूजा सिंघल को PMLA की विशेष अदालत ने लंबी सुनवाई के बाद 7 दिसंबर 2024 को जमानत दे दिया. इस दौरान ईडी की ओर से इस जमानत का विरोध किया गया. लेकिन दोनों पक्ष को सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा और फिर कुछ देर के बाद ऑर्डर सुना दिया है.
इस दौरान पूजा सिंघल के अधिवक्ता ने कहा कि नए कानून के तहत वह एक तिहाई समय जेल में बिता चुकी हैं. जिसके तहत जेल 28 महीना हो चुका है. पीएमएलए की धाराओं में तहत अधिकतम 7 साल की सजा है. वहीं ईडी के अधिवक्ताओं ने इसका विरोध किया. कहा कि पूजा सिंघल की ओर से ट्रायल में देरी की गई. जिसके वजह से उन्हें दोषी सिद्ध नहीं किया जा सका.
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