धनबाद(DHANBAD) : देश की कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई बीसीसीएल की लिस्टिंग के लिए बुकिंग रनिंग लीड मैनेजर की नियुक्ति का काम तेज हो गया है. कोल इंडिया ने जेम पोर्टल पर टेंडर जारी कर दिया है. 14 अक्टूबर को शाम 5 बजे तक ऑनलाइन आवेदन किये जा सकते है. वित्तीय सलाहकार सेवा से संबंधित संस्थाएं आवेदन कर सकती है. उसी शाम बिड खोले जाएंगे. प्राक्कलन 30 करोड रुपए का है. टेंडर की शर्तों के मुताबिक बोलीकर्ताओं को 37,50,0 00 अर्नेस्ट मनी के रूप में जमा करने होंगे. शर्त यह भी है कि आवेदनकर्ता को बीसीसीएल के बारे में पूरी जानकारी भी होनी चाहिए. कोयला मंत्रालय ने बीसीसीएल और सीएमपीडीआईएल की 25% तक हिस्सेदारी खुले बाजार में बेचने की तैयारी की है. इसी के लिए लिस्टिंग के प्रयोजन हेतु बुक रनिंग लीड मैनेजर का चयन किया जाना है.
कर्मी या उनके परिजन कर सकते हैं आवेदन
सूत्रों के मुताबिक बीसीसीएल के शेयर में से 5% की हिस्सेदारी उसके कर्मचारियों को ऑफर किया जा सकता है. कर्मी या उनके परिजन इसके लिए आवेदन कर सकते है. भारत कोकिंग कोल लिमिटेड फंक्शनल डायरेक्टर की बैठक में विचार कर कंपनी ने अपना मंतव्य कोल इंडिया को भेज था. सूत्रों ने दावा किया है कि दो-तीन महीना में लिस्टिंग की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. बहुत पहले से बीसीसीएल की लिस्टिंग का प्रस्ताव पर विचार चल रहा था. लेकिन अब मामला अंतिम चरण में पहुंच गया है. फिलहाल 10% का विनिवेश के साथ यह कार्यक्रम शुरू होगा. हालांकि बीसीसीएल में विनिवेश का मुद्दा काफी पहले से चर्चा में रहा था.
ट्रेड यूनियन के नेताओं को नहीं है मंजूर
कईअवसरों पर ट्रेड यूनियन के नेताओं ने इसका विरोध भी किया था. ट्रेड यूनियन नेताओं का कहना है कि विनिवेश से बीसीसीएल में निजी कंपनियों का प्रभाव और बढ़ेगा. इससे राष्ट्रीयकरण के उद्देश्यों को धक्का लग सकता है. बीसीसीएल को जनवरी, 1972 में झरिया और रानीगंज कोलफील्ड्स में संचालित कोकिंग कोल खदानों को संचालित करने के लिए शामिल किया गया था. कोयला खदानों को भारत सरकार द्वारा 16 अक्टूबर,1971 को देश में दुर्लभ कोकिंग कोल संसाधनों के विकास को सुनिश्चित करने के लिए अधिग्रहण किया गया था. यह एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है. यह देश में कोकिंग कोल बड़े हिस्से का प्रोडक्शन करती है. हाल के दिनों में अपने सारे पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए बीसीसीएल ने इतिहास रचा था. यह काम बीसीसीएल ने अपने अस्तित्व में आने के बाद पहली बार किया था. भारत को किंग कोल लिमिटेड कभी बीमार कंपनियों की सूची में शामिल थी. लेकिन अपने संचित घाटे को खत्म कर अपना पहला लाभांश घोषित किया था.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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