धनबाद (DHANBAD): धनबाद में बुधवार को महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा. मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना नहीं मिलने से वह नाराज थी. कार्यालय में किसी के नहीं मिलने से भी गुस्से में थी. धनबाद के प्रखंड कार्यालय पहुंची महिलाएं नाराज होकर कुछ देर के लिए सड़क जाम कर दी. कार्यालय के बाहर लगे मंईयां सम्मान योजना के पोस्टऱ को इकट्ठा कर आग के हवाले कर दिया. उनका कहना था कि पिछले कई दिनों से वह प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगा रही है. लेकिन या तो कार्यालय में ताला लटका मिलता है या फिर कोई मिलता ही नहीं है. ऐसे में हम सब फार्म की त्रुटियों की जांच कैसे कराये. उनमें कुछ तो नए फॉर्म भरने के लिए आई थी.
कुछ गलतियों को सुधारने के लिए पहुंची थी. कुछ की शिकायत थी कि 4 महीने से उनका पैसा नहीं आ रहा है. पूछने पर कोई सही जवाब भी नहीं दे रहा है. महिलाओं का आक्रोश इस बात को लेकर था कि पिछले कई दिनों से घर का काम छोड़कर प्रखंड कार्यालय पहुंच रही है. लेकिन कर्मचारी मिलते नहीं है. महिलाओं ने कहा कि यह तो ठीक नहीं है. इसके खिलाफ आगे और उग्र आंदोलन किया जाएगा. सरकार कुछ को देगी और बाकी को नहीं देगी ,ऐसा चलने नहीं दिया जाएगा. बता दे कि छह जनवरी को रांची में सीएम हेमंत सोरेन ने महत्वाकांक्षी मंईयां सम्मान योजना में बढ़े हुए पैसे 2500 ट्रांसफर किया. .
राज्य सरकार ने 5225 करोड रुपए झारखंड के 24 जिलों के बीच आवंटित किया है. सूत्रों के अनुसार 5225 करोड रुपए चालू वित्तीय वर्ष के चार माह की अवधि के लिए आवंटित हुई है. यह राशि जिलों में रजिस्टर्ड लाभुकों के खाते में भेजी जा रही है. जानकारी के अनुसार लाभुकों की संख्या को देखते हुए सबसे अधिक राशि गिरिडीह जिले को आवंटित हुई है. रांची दूसरे स्थान पर है. सबसे कम राशि सिमडेगा जिले को आवंटित हुई है. धनबाद को 353.76 करोड़ की राशि का आवंटन हुआ है. सबसे अधिक राशि गिरिडीह को 423. 61 करोड़, रांची को 419.93 करोड़, सिमडेगा को 83.58 करोड़ का आवंटन हुआ है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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