रांची (RANCHI) : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कोल्हान टाइगर चंपाई सोरेन के झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) में वापस जाने की अटकलों को पूरी तरह खारिज कर दिया है. हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में उन्हें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तारीफ करते हुए दिखाया गया था, जिससे उनके झामुमो में वापसी की चर्चा तेज हो गई थी.
एक बार जिस राह को छोड़ा उस पर वापसी का कोई सवाल नहीं- चंपाई सोरेन
हालांकि, चंपाई सोरेन ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताते हुए इन अफवाहों को झूठा करार दिया. उन्होंने लिखा, “कभी अफवाहों और कभी पुराने वीडियो के जरिये भ्रम फैलाने वालों के लिए सीधा संदेश है. पुराने दल में अपमान झेलने के बाद भाजपा में शामिल होने का मेरा फैसला सोच-समझकर लिया गया था. यह कोई गलती नहीं थी.” उन्होंने आगे लिखा, “हजार साजिशें कर लो, लाख अफवाहें फैला लो, लेकिन एक बार जिस राह को छोड़ दिया, उस पर वापसी का सवाल ही नहीं उठता.” वहीं इस बयान के बाद चंपाई सोरेन के राजनीतिक रुख को लेकर चल रही तमाम अटकलों पर विराम लग गया है.
झारखंड में बड़े कद के नेता है चंपाई सोरेन
बता दें कि हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद चंपाई सोरेन को झारखंड का सीएम बनाया गया था. हालांकि हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने के बाद विधायक दल के बैठक में वापस से हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया, जिसके कुछ दिन बाद चंपाई सोरेन ने झामुमो छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था. जेएमएम से निकलने के पहले चंपाई सोरेन ने एक पत्र जारी कर कहा था कि वे एक ईट भी अपने साथ लेकर नहीं जाएंगे, वो एक आंदोलनकारी है और आंदोलन के समय में जो साथी नहीं रहे, वो उनके बारे में कुछ बोलना नहीं चाहते. जिसके बाद 2024 के विधानसभा के चुनाव में चंपाई सोरेन ने भाजपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ा और सरायकेला विधानसभा सीट से जीत हांसिल की है. बता दें कि झारखंड गठन से लेकर अब तक सरायकेला विधानसभा सीट से लगातार चंपाई सोरेन जीत दर्ज करते आ रहे है. हालांकि 2024 के विधानसभा के चुनाव में भाजपा ने उन पर बड़ी जिम्मेदारी दी थी, लेकिन जब परिणाम आया तो भाजपा समेत तमाम अटकलों पर विराम लग गया और एक बार फिर से झारखंड में इंडी गठबंधन की सरकार बनी है.
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