चाईबासा(CHAIBASA): पश्चिमी सिंहभूम जिले में सड़क हादसे की घटना में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. जिला प्रशासन इन सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए सड़क सुरक्षा समिति सदस्यों के साथ बैठक कर लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाने के लगातार निर्देश दे रहे हैं. मगर, इनका जागरूकता अभियान का कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है. पड़े भी तो कैसे, तेज रफ्तार में वाहन चलाने की परंपरा पर ब्रेक लगाने में सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य विफल जो रहे हैं. जिसके कारण जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सड़क हादसा होता रहता है. इसी कड़ी में पश्चिमी सिंहभूम जिले के अंतर्गत पड़ने वाले सोनुवा-गुदड़ी मुख्य सड़क पर एक तेज रफ्तार मिलर मशीन वाहन की चपेट में आकर मोटरसाइकिल सवार एक व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना बीती रात की है. घटना के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने पनसुआं गांव में सोनुवा-गुदड़ी मुख्य सड़क को गुरुवार सुबह जाम कर दिया.
आक्रोशित लोगों ने सड़क किया जाम
जानकारी के मुताबिक, पनसुआं गांव निवासी महेंद्र उर्फ मंत्री बानरा और बाइबेड़ा गांव निवासी ललित गोप डाऊ गांव से मुख्य सड़क होते हुए पनसुआं की ओर आ रहे थे. इस दौरान मुख्य सड़क से तेज रफ्तार से गुजर रहे सोनुवा-गुदड़ी मुख्य सड़क का निर्माण कर रही टीईपीएल के मिलर मशीन वाहन की चपेट में आ गये. जिसमें मौके पर ही महेंद्र उर्फ मंत्री की मौत हो गयी, जबकि उसके साथ मोटरसाइकिल पर सवार ललित गोप घायल हो गया.
ग्रामीण तेज रफ़्तार वाहन पर अंकुश लगाने की कर रहे मांग
दोनों को सोनुवा अस्पताल लाया गया. जहां एक को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. आक्रोशित ग्रामीणों ने पनसुआं गांव के सोनुवा-गुदड़ी मुख्य सड़क को गुरुवार को जाम कर दिया. दिन के एक बजे तक सड़क जाम लगा हुआ था. ग्रामीण सड़क दुर्घटना में मारे गये महेन्द्र बानरा उर्फ मंत्री के आश्रितों को उचित मुआवजा देने और घायल की समुचित इलाज करने के साथ तेज रफ़्तार वाहनों पर अंकुश लगाने की मांग कर रहे थे.
रिपोर्ट: संतोष वर्मा, चाईबासा
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