रांची (RANCHI) : झारखंड में विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुकें है. ऐसे में राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि झारखंड में इस बार हंग असेंबली के आसार बन सकते हैं. यानी कि इस बार फिर जोड़ तोड़ कर सरकार बनेगी. जोड़-तोड़ में कौन किसे पछाड़ेगा, यह देखने वाली बात होगी. लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इसबार निर्दलीयों का बाजार भी लगभग साफ है, जिससे राजनीतिक पार्टियों को सतेत रहने की जरूरत होगी. यह बात भी सच है कि अगर हंग असेंबली की स्थिति बनी तो जिनके पास अधिक सीट होंगी, वह आगे बढ़कर सरकार बनाने का प्रयास करेगा. फिर निर्दलीय और जेएलकेएम की पूछ बढ़ जाएगी. इसबार के चुनाव में. वैसे यह मानकर चला जा रहा है कि हंग असेंबली सिर्फ कयास हो सकते है. फाइनल आंकड़ा तो 23 नवंबर को ही मिल पाएगा.
नजर डालें 2019 के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर तो झामुमो को 30, कांग्रेस को 16 और राजद को एक सीट मिली थी. भाजपा को केवल 25 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था. कहा जा रहा है कि 2024 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी कोल्हान में इस बार प्लस रह सकती है. पलामू प्रमंडल में भी कुछ इजाफा हो सकता है. कोयलांचल की सीटों पर भाजपा पिछले साल के रिकॉर्ड को बराबर कर सकती है. संथाल परगना में कुल 18 सीटें हैं. 2019 में संथाल में भाजपा को चार सीटें मिली थीं. वहीं, झामुमो समेत गैर भाजपा दल 14 सीटें जीतने में सफल रहे थे. यहां यह कहना गलत नहीं होगा कि 2019 के चुनाव में झारखंड विकास मोर्चा भी मैदान में था. अब उसका भाजपा में विलय हो चुका है, तो जेएलकेएम भी उभर कर सामने आया है.
4+