धनबाद(DHANBAD): बुधवार को धनबाद में अभूतपूर्व कारोबारी बंदी थी. यह बंदी धनबाद में अपराधियों के आतंक के खिलाफ थी. बंदी में धनबाद से लेकर चिरकुंडा, धनबाद से सिंदरी, धनबाद से बाघमारा तक की सभी प्रतिष्ठा ने बंद रही .कारोबारी सड़क पर थे. दिनभर जिले में हलचल रही. लेकिन शाम होते-होते जिला और पुलिस प्रशासन ने संवेदनशीलता दिखलाई .धनबाद जिला चेंबर के साथ डीसी और एस एसपी की बैठक शुरू हुई. बैठक में व्यापारियों ने अपनी समस्या एक-एक कर गिनाई. बताया कि वह तो केवल अपनी सुरक्षा मांग रहे हैं. उन्हें सुरक्षा की गारंटी चाहिए.
धनबाद में सुरक्षा की व्यवस्था ATS के हवाले
कारोबारियों के लिए बंदी अंतिम हथियार होता है. आखिर वह इस अंतिम हथियार का उपयोग करने को क्यों मजबूर हुए है, इसपर प्रशासन विचार करे. इसके बाद सुरक्षा के लिए की गई व्यवस्था या आगे क्या कुछ किया जाने वाला है, इस संबंध में दोनों प्रशासनिक अधिकारियों ने व्यवसाईयों को बताया. उसके बाद चेंबर ने हड़ताल वापस ले ली. लेकिन इस हड़ताल ने धनबाद से लेकर रांची तक को सकते में डाल दिया था. रांची में फेडरेशन ऑफ चैंबर ने भी घोषणा कर दी थी कि वह धनबाद में कारोबारी बंदी के साथ हैं. उनकी मांग थी कि धनबाद में सुरक्षा की व्यवस्था ATS के हवाले कर दिया जाए. अलग से एक पदाधिकारी नियुक्त किया जाए जो सिर्फ धनबाद की सुरक्षा व्यवस्था देखेंगे.
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विधायक सरयू राय और इरफान अंसारी ने भी सख्त कार्रवाई की मांग की
कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी भी बुधवार को धनबाद में थे. उन्होंने भी कहा कि धनबाद में अपराध की घटनाएं चिंतनीय हैं. उन्होंने कहा कि डीसी और एस एसपी को कहा है कि चेंबर से बात करें. उन्हें सुरक्षा दें .जमशेदपुर पूर्वी के चर्चित विधायक सरयू राय ने भी मुख्य सचिव को पत्र लिखकर धनबाद में गिरती कानून व्यवस्था पर चिंता व्यक्त करते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा है कि धनबाद फिलहाल वासेपुर गैंग दो की दबंगई, गुंडागर्दी और रंगदारी से त्रस्त है. धनबाद पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है. रेलवे के ठेकेदारी में दबंगई दिखाने वाला यह गैंग अब रंगदारी के अवैध कारोबार में जुट गया है. बहरहाल बुधवार की बंदी ने सरकार से लेकर शासन प्रशासन चलने वाले लोगों का ध्यान धनबाद में बढ़ते अपराध की ओर खींचा है. उम्मीद की जानी चाहिए कि पुलिस एक्शन से अपराधियों का मनोबल टूटेगा और धनबाद के लोग अपने को सुरक्षित महसूस करेंगे.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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