पाकुड़(PAKUR): देवघर से पाकुड़ जा रहे हिमंत बिस्वा सरमा को पाकुड़ प्रशासन ने रोक दिया हैै. बता दें कि हिमंत बिस्वा सरमा गोपीनाथपुर जा रहे थे. प्रशासन को तीन दिन पहले ही यह जानकारी मिल गई थी कि वह इस दिशा में जा रहे हैं, फिर भी उन्हें रोक दिया गया. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार नहीं चाहती कि सारी सच्चाई सामने आ जाए, इसलिए उन पर रोक लगाई गई है.
आदिवासी छात्रों से जा रहे थे मिलने
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पाकुड़ के आदिवासी कॉलेज में छात्र छात्राओं से मिलने के लिए जा रहे थे. इन दिनों वे झारखंड के चुनाव सह प्रभारी है, इसी कारण से वे इन दिनों झारखंड के दौरे पर है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल 26 जुलाई की रात पाकुड़ के केकेएम कॉलेज के छात्रावास में पुलिस और छात्रों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. जिसमें छात्र और पुलिस कर्मी दोनों जख्मी हुए थे. प्रारंभिक जांच में पुलिस की गलती गलती सामने आई है, जिसके आधार पर डीआईजी संजीव कुमार ने एक थाना प्रभारी और एक एसआई पर कार्यवाई की गई .
पाकुड़ की घटना पूरी तरह राजनीतिक रंग ले चुका है. सरकार को घेरने के लिए भाजपा को बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया. इसको लेकर भाजपा सड़क से सदन तक आंदोलन कर रही है. बुधवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के पाकुड़ दौरे के बाद गुरुवार को असम के सीएम हेमंता विश्व सरमा पाकुड़ जा रहे है. रास्ते में दुमका के फूलो झानो चौक पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पाकुड़ के हालात से सभी वाकिफ हैं. उन्होंने कहा कि घुसपैठियों ने आदिवासी लोगों के जमीन को हड़पने का काम किया है. उसी को देखने पाकुड़ जा रहे हैं. उन्होंने कहा झारखंड की स्थिति बहुत ही खराब है. उन्हें भी पाकुड़ जाने से मना किया गया है. जब एक मुख्यमंत्री नहीं जा सकता है तो सामान्य लोगों का क्या हाल होगा इसे समझा जा सकता है. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार से जनता त्रस्त है आने वाले विधानसभा चुनाव के बाद झारखंड में भाजपा की सरकार बनेगी.
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