रांची (RANCHI): लगातार 165 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं, पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के द्वारा आज झारखंड विधानसभा घेराव कार्यक्रम रखा गया था. पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के कर्मी हजारों की संख्या में विधानसभा घेराव करने के लिए आगे बढ़ रहे थे. इस दौरान जगन्नाथ मंदिर के पास पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन आक्रोशित पंचायत सचिवालय स्वयं सेवक संघ के लोग मुख्यमंत्री से वार्ता करने की मांग को लेकर आगे बढ़ रहे थे. इस दौरान पुलिस कर्मियों ने बल का प्रयोग किया और लाठी चार्ज वाटर कैरियर और आंसू गैस के गोले दागे. जिसमें दर्जनों पी एस कर्मी घायल हुए है.
165 दिनों से कर रहे आंदोलन
प्रदर्शन कर रहे हजारों कर्मियों ने कहा कि 165 दिनों से वह आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. सरकार में आने से पहले हेमंत सोरेन सरकार ने वादा किया था उनकी मांगों पर विचार करेंगे. लेकिन सत्ता में आने के बाद हेमंत सोरेन अपने वादों को पूरी तरह से भूल गए है. पंचायत संघ के लोगों का कहना है कि 165 दिनों से किसी ने शोध नहीं लिया. लेकिन अब जब लाठी चार्ज में घायल हुए हैं तो अस्पताल क्यों लेकर के जा रहे हैं. ऐसे में राज्य के हजारों पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक सरकार से यह पूछना चाहते हैं कि आखिर उनका दोष क्या है.
पिछली सरकार ने किया नियोजित इस सरकार ने ला दिया सड़क पे
साथ ही आंदोलन कर रहे कर्मियों का कहना है कि पिछली सरकार ने हमें नियोजित किया और इस सरकार ने हमें सड़क पर ला दिया. जिस उम्मीद के साथ राज्य में यह सरकार बनी वह पूरी तरह से विफल साबित हो रही है. कई महीनों से राजभवन के समक्ष हमारा आंदोलन जारी है मगर वार्ता के लिए कोई भी सरकारी प्रतिनिधि अब तक पहल नहीं की है.
रिपोर्ट. समीर हुसैन
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