रांची(RANCHI): पारस अस्पताल में आये दुर्घटना में ज़ख़्मी हुए एक मरीज़ के दोनों कूल्हे एवं पेल्विस बोंस में फ्रैक्चर था. जिसे पारस अस्पताल के डॉ अंकुर सौरभ और डॉ विशाल ने सर्जरी कर ठीक कर दिया. जानकारी के अनुसार मरीज़ को पैदल सड़क पार करते समय एक हेवी व्हीकल ने पीछे से टक्कर मार दी थी, जिससे उनको गहरी चोट आयी थी और काफ़ी खून भी निकल आया था. पारस अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ अंकुर सौरभ ने बताया की मरीज़ जब अस्पताल आया था तब उसके पेल्विक बोंस में कई जगह फ्रैक्चर था और बहुत खून भी निकल चुका था वह असहनीय दर्द से पीड़ित था.
मरीज़ को तत्काल ICU में भर्ती किया गया जहां उसकी देखभाल के साथ-साथ जाँच भी की गई. जाँच में पता चला कि मरीज़ के दोनों पेल्विस बोंस और कूल्हों में फ्रैक्चर आया है. कूल्हे और पेल्विस बोंस के दोनों कॉलम (पोस्टीरियर और इंटीरियर) टूट चुके थे साथ ही पेल्विस बोंस के दोनों वॉल भी डैमेज हो गये थे. सर्जरी से पहले मरीज़ को स्टेबल करने के लिये लगभग 8 यूनिट खून चढ़ाना पड़ा. ड्यूल एप्रोच के माध्यम से मरीज़ की सर्जरी की गई और अब वो बिलकुल ठीक है. पारस अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ अंकुर और डॉ विशाल ने बताया कि इस तरह की सर्जरी बहुत ही कम जगहों पर की जाती है. डॉ अंकुर और डॉ विशाल ने उस मरीज की जान तो बचाई ही साथ ही साथ उसे अपने दैनिक जीवन को सुचारू रूप से चलाने योग्य बनाया. आपको बता दें की डॉ अंकुर एक प्रख्यात हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं और उन्होंने अपनी ट्रेनिंग जर्मनी से पूरी की है. पारस अस्पताल में ऐसे जटिल सर्जरी की सुविधा होने के कारण यहाँ इस तरह के मरीज़ प्राथमिकता के तौर पर पहुँचते हैं. डॉ विशाल और डॉ अंकुर की देखरेख में पारस अस्पताल राँची में अब तक ऐसे 10 से ज़्यादा सफल सर्जरी किए जा चुके हैं.
पारस अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ संजय कुमार ने कहा की पारस अस्पताल में जटिल से जटिल बीमारियों का इलाज हो रहा है. आनेवाले दिनों में हम लगभग सभी बीमारियों के इलाज की सर्वोत्तम व्यवस्था यहाँ मरीज़ों को देने में सफल हो पायेंगे. पारस अस्पताल, राँची अपनी गुणवत्ता, सेवा और आधुनिक तकनीक की बदौलत लोगों में क़ायम अपने विश्वास को निभाने के लिए प्रतिबद्ध है.
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