बोकारो(BOKARO):बोकारो में उन्नत ग्राम में हुई गड़बड़ी की जांच करने आए अधिकारी के टीम के सामने ही शिकायतकर्ता और ग्रामीण उलझ गये. जिसके बाद जमकर मारपीट हुई.वहीं जांच टीम के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया. जिसकी वजह से बिना जांच किये ही जांच टीम वापस लौट गई. वहीं इस विवाद के बाद दोनों पक्ष की ओर से थाने में शिकायत दर्ज कराई गई. आपको बताये कि बोकारो जिले के चास और चन्दनकियारी प्रखंड में एक - एक गांव को उन्नत ग्राम के लिए चयन किया गया था. जिसमें चास प्रखंड के कुमारदागा गांव भी शामिल है.
गांव के नीलकमल रजवार ने विभाग को जांच हेतु आवेदन दिया था
इस गांव के विकास के लिए झारखंड राज्य अनुसूचित जाति सहकारिता विभाग निगम लिमिटेड की और से एक करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई थी.राशि की सही एंव उपयोगिता के लिए अध्यक्ष रामपद रजवार सचिव रमेश बाउरी और कोषाध्यक्ष सोनामनी देवी को बनाया गया.महिलाओं की सशक्तीकरण के लिए गांव के तीन स्वंय सहायता समूह सरस्वती, मां चंडी और मां कल्याणेश्वरी स्वंय सहायता समुह के बीच पचास महिलओं को गेहूँ,धान और मसाला पीसने वाला छोटा होलर दिया गया. इससे असंतुष्ट गांव के नीलकमल रजवार ने विभाग को जांच के लिए आवेदन दिया.
जांच के क्रम में उन्नत ग्राम के अध्यक्ष और आवेदक के परिवार के बीच विवाद
इसी आवेदन के आलोक में बुधवार को एक जांच टीम गांव पहुंची. जांच चल ही रही थी कि उन्नत ग्राम के अध्यक्ष और आवेदक के परिवार के सदस्यों के बीच विवाद हो गया. बात बढ़ते बढ़ते मारपीट हो गई.उन्नत ग्राम कुमारदागा गांव में जांच हेतु आयी टीम के साथ अभद्र व्यवहार करने के कारण टीम के सदस्य वापस लौट गई.टीम के जांच पदाधिकारी एस के झा ने बताया कि उन्नत ग्राम के पदाधिकारियों द्वारा अभिलेखों के साथ छेड़छाड़ किया गया है.
रिपोर्ट-संजय कुमार
4+