धनबाद(DHANBAD): वोटो की गिनती शुरू होने में मात्र एक दिन शेष बचे हैं. वैसे, 20 नवंबर को मतदान खत्म होने के बाद पार्टियां जोड़ घटाव में जुटी हैं. नेता भी समीक्षा कर रहे हैं. यह एक ऐसा चुनाव है, जिसमें सभी दल खुश हैं. कई कई जगहों पर तो कई उम्मीदवार भी इस बात को लेकर खुश है, कि जीत तो वही रहे हैं. कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने का दौर जारी है. तो मतदान के बाद नेता रिलैक्स मूड में भी दिख रहे हैं. कोई नारा दे रहा है कि चुनाव अब खत्म हो गया. अब जनता के काम की फिर बारी आ गई है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने गुरुवार को अपना एग्जिट पोल जारी किया
वैसे, यह चुनाव कई मायनों में अद्भुत रहा. अलग राज्य गठन के बाद सबसे अधिक वोटिंग हुई. महिलाएं भारी तादाद में घरों से बाहर निकली और अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इस चुनाव में कई कारण ऐसे हैं, जिनसे एनडीए और इंडिया ब्लॉक दोनों को लग रहा है कि वह बहुमत के जादुई आंकड़ा से पार कर जाएंगे. लेकिन परिस्थितियों ऐसा साफ तौर पर दिख नहीं रही है. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने गुरुवार को अपना एग्जिट पोल जारी किया. उसका दावा है कि 59 सीटों पर झामुमो और सहयोगी दलों की जीत होगी. झामुमो का यह भी दावा है कि राज्य के 24 जिलों में से 11 में भाजपा का खाता ही नहीं खुलेगा. शेष जिलों में भी 22 सीट हैं ,वहां भी कड़ा संघर्ष और अनिर्णय की स्थिति है. झारखंड मुक्ति मोर्चा का कहना है कि यह दावा मतदाताओं के रुझान के आधार पर किया गया है.आरोप लगाया कि जितने एग्जिट पोल्स जारी हुए हैं, उनमें एक दो को छोड़कर सभी के सभी प्रायोजित हैं.
भाजपा का दावा है कि झामुमो का जीत का दावा सिर्फ कागज पर
इधर ,भाजपा का कहना है कि 23 नवंबर की शाम तक, जब तक परिणाम नहीं आ जाते ,तब तक झामुमो खुश रह सकता है. झामुमो कुछ भी दावा कर ले, लेकिन चुनाव परिणाम आने के बाद वह हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ने की तैयारी में है. भाजपा का कहना है कि यह पहली बार हुआ है कि कोई दल दस्तावेज जारी कर यह बता रहा है कि कितनी सीटों पर वह जीत दर्ज करेगा. साथ ही प्रतिद्वंदी कितने सीटों पर हारने वाले हैं. भाजपा का कहना है कि हास्यास्पद बात यह है कि इस दस्तावेज में भी जहां भी झामुमो कड़ा मुकाबला दिखा रहा है, वह सभी कांग्रेस के हिस्से वाली सीट हैं. भाजपा का दावा है कि झामुमो का जीत का दावा सिर्फ कागज पर है. हकीकत में झारखंड की जनता ने सबसे भ्रष्ट हेमंत सरकार को पूरी तरह से खारिज कर दिया है.
झारखंड के विकास और यहां की जनता के कल्याण के लिए हर संभव प्रयास करूंगा: शिवराज सिंह चौहान
वैसे भाजपा के चुनाव प्रभारी केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को दिल्ली लौट गए. उन्होंने कहा कि झारखंड से मीठी यादें लेकर जा रहा हूं. यह बड़ा अद्भुत प्रदेश है. यहां बहुत संभावनाएं हैं. यहां की जनता ने बहुत स्नेह और प्यार दिया. उन्होंने कहा कि चुनाव प्रभारी के तौर पर विदा ले रहा हूं ,लेकिन केंद्रीय मंत्री के तौर पर झारखंड आता रहूंगा और अपने मंत्रालयों के माध्यम से झारखंड के विकास और यहां की जनता के कल्याण के लिए हर संभव प्रयास करता रहूंगा.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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