रांची(RANCHI )- भारतीय जनता पार्टी के अंतर्गत अलग-अलग मोर्चा है. इस मोर्चे का काम बहुत ही अलग होता है. जैसे ओबीसी मोर्चा अपने सामाजिक वर्ग में काम करता है. इस तरह से अल्पसंख्यक मोर्चा भी अल्पसंख्यकों के बीच काम करते हुए भाजपा को राजनीतिक लाभ पहुंचाने और सबको साथ लेकर चलने की कोशिश करता है. कुछ दिनों के अंदर बीजेपी के मोर्चे का पुनर्गठन हो रहा है इसको लेकर पार्टी के नेताओं में चर्चा हो रही है. भाजपा में सात मोर्चा होते हैं.
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के बारे में जानिए
भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा का पुनर्गठन होने जा रहा है. इस मोर्चे के अध्यक्ष किशन कुमार दास ने कहा कि जल्द ही नई टीम बन जाएगी. वर्तमान में 3.5 साल पुरानी टीम काम कर रही है. पूर्व अध्यक्ष दीपक प्रकाश के कार्यकाल में अमर कुमार बाउरी एससी मोर्चा यानी अनुसूचित जाति ऊर्जा के अध्यक्ष थे,उनकी ही टीम अभी काम कर रही है. वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पिछले साल जुलाई में बने थे. सामान्य रूप से जब प्रदेश अध्यक्ष बदलता है तो उसकी टीम भी बदलती है. बाबूलाल मरांडी के कार्यकाल में कुछ मोर्चा अध्यक्ष बदले और कुछ नहीं. अमर कुमार बाउरी नेता प्रतिपक्ष बन गए. उसके बाद किशुन कुमार दास इस मोर्चे के अध्यक्ष बनाए गए.
OBC मोर्चा के पुनर्गठन के बारे में जानिए
अत्यंत पिछड़ा वर्ग मोर्चा के पुनर्गठन की भी तैयारी है. प्रदेश से सूची केंद्रीय मोर्चा को भेज दी गई है.वहां से हरी झंडी मिलने के बाद इसे जारी कर दिया जाएगा. प्रदेश ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष अमरदीप यादव ने कहा कि जल्द ही टीम बन जाएगी. जानकारी के अनुसार दो प्रदेश महामंत्री के अलावा चार प्रदेश उपाध्यक्ष और चार मंत्री एक कोषाध्यक्ष एक मीडिया प्रभारी बनाए जाएंगे. महिला मोर्चा का भी पुनर्गठन होना जरूरी है. इसकी भी सूची लगभग तैयार है.
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