धनबाद(DHANBAD): भाजपा का रांची में सचिवालय घेराव कार्यक्रम भी खत्म हो गया और हेमलाल मुर्मू भी झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए. लेकिन धनबाद से रांची जाने के क्रम में मंगलवार को पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ कई चक्र में नोकझोंक हुई. भाजपा का आरोप था कि पुलिस और प्रशासन जानबूझकर गाड़ियों को रोक रहा है. धनबाद बोकारो सीमा पर तो स्थिति बिगड़ते बिगड़ते रह गई. सांसद से लेकर विधायकों तक को गाड़ी से उतर कर पुलिस अधिकारियों से बात करनी पड़ी. तब जाकर मामला सुलझा. इस संबंध में सांसद पशुपतिनाथ सिंह का कहना है कि सरकार, पुलिस प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी भाजपा की रैली सफल रही. रांची जाने के दौरान जगह-जगह रोका गया. बोकारो सीमा पर थानेदार और सीओ ने काफी देर तक वाहनों को रोक रखा. ऐसा लग रहा था मानव भाजपा के कार्यकर्ताओं को पुलिस उग्रवादी समझ रही हो. यह लोकतंत्र विरोधी कृत्य है.
भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश
धनबाद के विधायक राज सिन्हा ने कहा कि रैली में जा रहे कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस प्रशासन की दमनात्मक कार्रवाई की जितनी भी निंदा की जाए, वह कम है. एक दिन पहले से पुलिस भाजपा कार्यकर्ताओं को फोन कर चेतावनी दे रही थी. इसके बाद मंगलवार को तो भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने पुलिस दलबल के साथ सड़क पर उतर गई.
भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्साह से डर गई सरकार: ढुल्लू महतो
बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो का कहना है कि भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्साह से सरकार डर गई है. सिर्फ भाजपा के कार्यकर्ता ही नहीं, आम लोग भी उत्साह के साथ रैली में शामिल हुए. कई जगह रोका गया लेकिन रांची में जन सैलाब उमड़ा. सरकार को कार्रवाई करनी है तो आतंकवादी और उग्रवादियों पर करें.
निरसा विधायक अपर्णा सेन गुप्ता का कहना है कि राजगंज में उनके कार्यकर्ताओं को काफी देर तक रोक दिया गया. उन्होंने ऐसा करने वाले पुलिस अधिकारियों से कहा कि कार्यकर्ता कोयला चोर है, जो रोक रहे हैं. हथियार लेकर तो कोई नहीं जा रहा है. रोकने के कारण धरना पर बैठ जाने की चेतावनी के बाद कार्यकर्ताओं को जाने दिया गया.
हेमंत सरकार को कोई अधिकार नहीं है कि वह सरकार में बने रहे:रागिनी सिंह
भाजपा नेत्री रागिनी सिंह ने कहा कि झारखंड सरकार जनविरोधी है. पुलिस प्रशासन लोकतंत्र विरोधी काम कर रहा है ,बावजूद इसके कार्यकर्ताओं का मनोबल सातवें आसमान पर है. हेमंत सरकार को कोई अधिकार नहीं है कि वह सरकार में बने रहे. ऐसी सरकार को भाजपा के कार्यकर्ता उखाड़ फेंकने का काम करेंगे. रांची घेराव को लेकर सभी सांसद, विधायक व अन्य नेताओं को जिम्मेवारी दी गई थी. सभी अपने अपने समर्थकों के काफिले के साथ मंगलवार को रांची कुची किए थे. इधर, मंगलवार को भाजपा छोड़कर संथाल परगना के कद्दावर नेता हेमलाल मुर्मू झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए. मुख्यमंत्री ने उनका पार्टी में स्वागत किया. मुख्यमंत्री मंगलवार को बरहेट के भोगनाडीह में थे.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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