बिहार का बालू घोटाला : MLC का बेटा भी हुआ अरेस्ट, धनबाद वाले भेजे गए जेल


धनबाद(DHANBAD): धनबाद से अभी हॉट लाइन पर है पटना. यहाँ के कारोबारी जगत में फिलहाल हलचल है. बालू से जुड़े कई लोग अंडरग्राउंड हैं तो दूसरे ट्रेड से जुड़े लोग हर अपने परिचितों को फोन कर कुशल क्षेम पूछ रहे हैं . प्रवर्तन निदेशालय कब किसको गिरफ्तार कर ले, किसे पूछताछ का नोटिस आ जाए, यह डर लोगों में समाया हुआ है. इस बीच धनबाद के जगनारायण सिंह और उनके बेटे सतीश कुमार सिंह की गिरफ्तारी के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है. हो सकता है कि उनको रिमांड पर लिया जाए. इधर, पटना से यह भी सूचना धनबाद पहुंची है कि जदयू एमएलसी राधा चरण सेठ के बेटे कन्हैया प्रसाद को सोमवार को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है.
बिहार के MLC के बेटे को भी ईडी ने किया अरेस्ट
इससे पहले ईडी ने पटना स्थित कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया था. इस दौरान कई संदिग्ध दस्तावेजों के लेनदेन और अवैध निवेश से जुड़े मामलों में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने की वजह से ईडी ने गिरफ्तार कर लिया . ईडी ने उनके पिता एमएलसी राधा चरण सेठ को 13 सितंबर को आरा स्थित उनके आवास से लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था. उन्हें कोर्ट ने 28 सितंबर तक 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेजा है. इसके बाद 16 सितंबर को उन्हें 6 दिनों के लिए रिमांड पर भी लिया गया. जिनकी समय सीमा 21 सितंबर को पूरी हो रही है. अब इस बात की पूरी संभावना व्यक्त की जा रही है कि बेटे कन्हैया को भी डिमांड पर लेकर दोनों से एक साथ बारी-बारी से पूछताछ ईडी की टीम कर सकती है. . इसके पहले सिंडिकेट से जुड़े धनबाद के जगनारायण सिंह और उनके बेटे सतीश कुमार सिंह को भी शनिवार को ईडी ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था.
"बालू से तेल" निकालने वालों की नींद हुई ख़राब
बिहार के आरा से औरंगाबाद तक सोन नदी के "बालू से तेल" निकालने वालों की गिरफ्तारी से धनबाद के कईयों की नींद ख़राब हो गई है. धनबाद के कम से कम आधा दर्जन लोगों की नींद उड़ गई है. इन लोगों में पुंज सिंह, सुरेंद्र जिंदल, मिथिलेश सिंह, सदाशिव सिंह के नाम गिनाए जा रहे है. . बिहार के एमएलसी राधा चरण सेठ की स्वामित्व वाली कंपनी आदित्य मल्टी कम प्राइवेट लिमिटेड में जगनारायण सिंह और सतीश कुमार सिंह डायरेक्टर हैं . इसी साल 5 जून को ईडी की टीम ने बालू घोटाले को लेकर धनबाद, हजारीबाग, बिहार और बंगाल के लगभग दो दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की थी. उसके बाद से ही यह चर्चा थी कि घोटाला लगभग 250 करोड़ है ,इसलिए बड़ी कार्रवाई हो सकती है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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