Bihar Politics: नीतीश कुमार की सरकार को लेकर पढ़िए -अब कैसे मोदी सरकार के दो मंत्री आपस में भिड़े


Bihar Politics: बिहार में गजब का "राजनीतिक खेल" चल रहा है. कौन क्या-क्या कह रहा है, उसका माने -मतलब मतलब समझना अब बहुत आसान नहीं रह गया है. इन सब के केंद्र में नीतीश कुमार की सरकार है. बिहार की कानून -व्यवस्था पर चिराग पासवान ने एक बार फिर करारा प्रहार किया है. इधर, बिहार में हो रही अपराध की घटनाओं पर नरेंद्र मोदी सरकार के दो मंत्री ही एक दूसरे के विरोधी बन गए है. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने शनिवार को बिहार की विधि -व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुझे खेद है कि मैं इस सरकार का समर्थन कर रहा हूं,
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने चिराग पर क्या बोले
इस पर दूसरे केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि चिराग पासवान में अनुभव की कमी है. इसलिए ऐसा बोल रहे है. इधर, जदयू ने कहा कि चिराग पासवान का शरीर कहीं और और आत्मा कहीं और है. इधर, भाजपा पूरी तरह से नीतीश कुमार के साथ खड़ी दिख रही है. जीतन राम मांझी ने कहा है कि मुझे खुशी है कि मैं बिहार में एक ऐसी सरकार का समर्थन कर रहा हूं, जो अपराध और अपराधियों से कोई समझौता नहीं करती. जो हर आपराधिक घटनाओं का न सिर्फ खुलासा करती है, बल्कि वारदातों में शामिल अपराधियों को सलाखों के भीतर भेजती है. हमें गर्व है कि बिहार में एनडीए नेतृत्व में सुशासन की सरकार है. लेकिन बिहार में अब "राक्षस राज" की बात आ गई है.
राक्षस राज# नीतीश हटाओ #बेटी बचाओ टैग लाइन
तेजस्वी यादव ने राक्षस राज# नीतीश हटाओ #बेटी बचाओ #टैगलाइन देते हुए एक ट्वीट किया है. कहा है कि गयाजी में होमगार्ड की बहाली में भाग लेने आई एक बेटी बेहोश होकर गिरी और इस बेहोशी की हालत में प्रशासन द्वारा बुलाई गई एंबुलेंस में ही, उसके साथ गैंगरेप किया गया. बिहार में इसे आप राक्षस राज कहेंगे? अपराधियों द्वारा संरक्षित दुराचारी राज कहेंगे? या जंगल राज कहेंगे अथवा मोदी - नीतीश का कुशासन कहेंगे.
बिहार में तेजस्वी ने "दैत्य राज" बताया
मोदी -नीतीश के "दैत्य राज" में प्रतिदिन माता -बहनों- बेटियों और मासूमों की इज्जत लूटी जा रही है. लेकिन मजाल है कि कोई मंत्री और उपमुख्यमंत्री, अपराध, बलात्कार और भ्रष्टाचार की अनियंत्रित घटनाओं पर अपनी जुबान खोल सके. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके दो कथित डिप्टी की ज्वलंत मुद्दों पर चुप्पी अपराधिक है. अगर ऐसी घटनाओं पर भी पूर्वाग्रह से ग्रस्त कथित प्रबुद्ध और न्याय प्रिय लोगों का खून नहीं खौलता तो समझो ऐसे लोग अव्वल दर्जे के घोर जातिवादी और पक्षपाती लोग है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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