धनबाद(DHANBAD) : झारखंड की "एंबुलेंस ट्रेन" के रूट पर स्पेशल क्लोन ट्रेन मिल सकती है. धनबाद ही नहीं, गिरिडीह, देवघर, जामताड़ा, दुमका और गोड्डा तक के लोग इसका लाभ ले सकते है. इस ट्रेन से सीएमसी वेल्लोर जा सकते है. दक्षिण भारत में काम करने वाले मजदूरों को भी लाभ मिल सकता है. धनबाद एलेप्पी एक्सप्रेस को झारखंड का एंबुलेंस ट्रेन बहुत पहले से ही कहा जाता है. इस ट्रेन की रूट पर नई क्लोन स्पेशल ट्रेन चलाने की कवायद शुरू की गई है. धनबाद रेल मंडल ने इस संबंध में पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर मुख्यालय को प्रस्ताव तैयार कर भेज रहा है. धनबाद से ताम्ब्रम और कोयंबटूर के बीच चलने वाली स्पेशल ट्रेनों के बंद होने के बाद एलेप्पी एक्सप्रेस की वेटिंग लंबी हो गई है. इसलिए धनबाद रेल मंडल इस रूट पर क्लोन ट्रेन की मांग कर रहा है.
वैसे तो पिछले साल भी धनबाद डिवीजन ने मुख्यालय से एलेप्पी ट्रेन के रास्ते क्लोन ट्रेन चलाने की मांग की थी, लेकिन ट्रेन नहीं मिली. इस बार फिर प्रयास शुरू हुआ है. इस बार गर्मी की छुट्टी में धनबाद से और धनबाद होकर दक्षिण भारत के लिए छह स्पेशल ट्रेन चली. लेकिन छुट्टी खत्म होते ही सभी ट्रेनें एक साथ बंद कर दी गई. अचानक बंद होने पर एकाएक धनबाद से एलेप्पी जाने वाली नियमित ट्रेन पर यात्रियों का दबाव बढ़ गया. एलेप्पी एक्सप्रेस झारखंड को दक्षिण भारत से जोड़ने वाली महत्वपूर्ण ट्रेन है. यहां से सीएमसी वेल्लोर जाने वाली एकमात्र ट्रेन होने के कारण लोग एलेप्पी एक्सप्रेस को एंबुलेंस ट्रेन भी कहते है.
ट्रेन में स्लीपर और जनरल बोगी घटने के बाद से ही यात्रियों को स्लीपर में रिजर्वेशन लेने में काफी दिक्कतें हो रही है. इस ट्रेन से केवल धनबाद ही नहीं बल्कि गिरिडीह, देवघर, जामताड़ा, दुमका, गोड्डा तक के लोग सीएमसी वेल्लोर जाते है. दक्षिण भारत में काम करने वाले मजदूर भी इसी एक्सप्रेस पर ही निर्भर है. ट्रेन के जनरल और स्लीपर बोगी में हर दिन भीड़ अनियंत्रित हो जा रही है. यदि क्लोन ट्रेन चले तो यात्रियों को फायदे होंगे. इस ट्रेन में यात्रा करने वाले 80% लोग मेडिकल कारणों से सफर करते है. इनमें सर्वाधिक संख्या सीएमसी वेल्लोर जाने वाले लोगों की होती है. चेन्नई के शंकर नेत्रालय व अन्य अस्पताल जाने वाले भी इस ट्रेन में बुकिंग कराते है.
रिपोर्ट : धनबाद ब्यूरो
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