धनबाद(DHANBAD): बाघमारा के विधायक ढुल्लू महतो सांसद बन गए है. इसके बाद यह चर्चा होने लगी है कि भाजपा की यह बाघमारा सीट भाजपा के पास रहेगी या आजसू इस पर दावा ठोकेगा. इसके अभी से ही कई कारण गिनाये जाने लगे है. एक प्रमुख कारण यह है कि बाघमारा विधानसभा क्षेत्र गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में पड़ता है. इस विधानसभा से ढुल्लू महतो तीसरी बार के विधायक है. वह धनबाद लोकसभा से प्रत्याशी बने और चुनाव जीतकर सांसद बन गए है. बाघमारा विधानसभा में आजसू को थोक में वोट मिले है. इस वजह से आजसू की नजर बाघमारा विधानसभा सीट पर पड़ना बहुत ही स्वाभाविक है. झारखंड में भाजपा और आजसू के गठबंधन में लोकसभा का चुनाव लड़ा गया था. आजसू के खाते में एक सीट आई थी और वह थी गिरिडीह की सीट. इस सीट पर आजसू के चंद्र प्रकाश चौधरी फिर से विजई रहे है. सवाल उठता है कि बाघमारा सीट पर निश्चित रूप से ढुल्लू महतो की नजर रहेगी. वह चाहेंगे कि अपने किसी "खास" को विधानसभा में लड़ाया जाए , तो आजसू भी अब दावा ठोकेगा कि बाघमारा विधानसभा सीट उसको मिलनी चाहिए. लोकसभा चुनाव खत्म होते ही झारखंड में विधानसभा चुनाव की चर्चा तेज हो गई है.
इसी साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने है
नवंबर- दिसंबर में विधानसभा का चुनाव होना है. यह बात तो तय है कि यह सीट भाजपा के पास रहेगी या आजसू के खाते में जाएगी, इसका निर्णय तो पार्टी आलाकमान ही करेगा, लेकिन अभी से ही दबी जुवान से बाते सामने आने लगी है. दबी जुबान से कई लोग बाघमारा सीट पर अपना दावा ठोक रहे है. 2019 के विधानसभा चुनाव में बाघमारा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो ने ढुल्लू महतो को मजबूत टक्कर दी थी. मात्र 800 से कुछ अधिक वोटो से ढुल्लू महतो चुनाव जीते थे. कांग्रेस में आने के पहले जलेश्वर महतो जदयू के टिकट पर बाघमारा विधानसभा से चुनाव जीत चुके है. मंत्री भी रह चुके है. वैसे ढुल्लू महतो और जलेश्वर महतो एक दूसरे के राजनीतिक प्रतिद्वंदी रहे है. दोनों में 36 का आंकड़ा भी है. इस बार भी जलेश्वर महतो ने कांग्रेस की टिकट पर धनबाद से लोकसभा की दावेदारी की थी. लेकिन कांग्रेस का टिकट अनुपमा सिंह को मिल गया. सवाल उठता है कि अब ढुल्लू महतो तो सांसद बन गए है. यह अलग बात है कि बाघमारा विधानसभा क्षेत्र धनबाद लोकसभा क्षेत्र में नहीं आता है, फिर भी बाघमारा पर कोई भी निर्णय के पहले सांसद ढुल्लू महतो की राय जरूर ली जाएगी. ढुल्लू महतो कभी नहीं चाहेंगे कि बाघमारा सीट उनके हाथ से निकले.
सांसद रहते हुए किसी "यस मैन" को बाघमारा से विधायक चाहेंगे
सांसद रहने के साथ-साथ वह चाहेंगे कि बाघमारा सीट पर उनका कोई "यस मैन" विधायक रहे. तो आजसू की कोशिश होगी कि बाघमारा सीट को अपने खाते में खींच लाया जाए, जिससे विधानसभा चुनाव में उसके विधायक की संख्या बढ़ सके. हालांकि यह सब अभी भविष्य के गर्भ में है लेकिन झारखंड में लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा के एक-एक सीट की गणना शुरू हो गई है. भाजपा इस कोशिश में है कि कम से कम 2024 के विधानसभा चुनाव में सरकार में वह वापसी करे. 2019 केविधानसभा चुनाव में भाजपाऔर आजसू का गठबंधन टूट गया था. इस वजह से भाजपा को नुकसान भी झेलना पड़ा था. 2024 के विधानसभा चुनाव में भाजपा फिर ऐसी कोई गलती करेगी, इसमें संदेह है. झारखंड मुक्ति मोर्चा अथवा भाजपा के जो भी विधायक सांसद में अपग्रेड हुए हैं, इस बार उनकी सीटों पर महीन गुणा -भाग के बाद भी ही उम्मीदवार उतारा जा सकता है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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