धनबाद (DHANBAD) : यह गिरिडीह पुलिस का खौफ है या धनबाद के कोयला तस्करों के गैंग में आपसी फूट का परिणाम. जिस कारण पिछले 72 घंटे से भी अधिक समय से धनबाद के तोपचांची थाना क्षेत्र में चार दर्जन से भी अधिक कोयला लोड ट्रक खड़े हैं.
नहीं हिल रहे ट्रकों के पहिए
ट्रकों के पहिए हिल नहीं रहे हैं .वजह स्पष्ट नहीं हो रहा है. तोपचांची पुलिस भी कोई जांच पड़ताल नहीं कर रही है. क्या वजह है कि इतनी मात्रा में ट्रक खड़े हैं. ट्रकों पर बिहार और यूपी के नंबर लगे हुए हैं .कुछ लोग ट्रकों के पास धनबाद नंबर की गाड़ी से पहुंचते हैं. फिर चालकों को कुछ बताते हैं, फिर लौट जाते हैं. फिर भी ट्रक के पहिए नहीं हिल रहे. अभी हाल ही में गिरिडीह पुलिस ने निमियाघाट, डुमरी और बगोदर थाना क्षेत्र में कोयला लदे कई ट्रकों को पकड़ा था. ट्रक चालक कागजात नहीं दिखा सके थे. इसको लेकर थानों में मुकदमे दर्ज हुए हैं. सभी ट्रक पर कोयला धनबाद से ही लोड किया गया था. क्या यही वजह है कि कोयला लोड ट्रकों तोपचांची तो भेज दिया गया लेकिन गिरिडीह जिले में प्रवेश कराने से कोयला तस्कर झिझक रहे हैं. क्या उन्हें भय है कि कोयला तस्करों का गुट इसकी सूचना आगे के थानों को पहुंचा देंगे. फिर उनकी योजना पर पानी फिर जाएगा.
किसके आदेश की प्रतीक्षा कर रहे ट्रक चालक
बता दे कि धनबाद जिला का बॉर्डर जीटी रोड के हरिहरपुर थाना क्षेत्र के सिंहडीह तक ही है. फिर आगे गिरिडीह पुलिस की नाकेबंदी रहती है. गिरिडीह जिले के प्रवेश द्वार पर ट्रक खड़े हैं. सभी पर कोयला लोड है. सवाल उठता है कि धनबाद नंबर की गाड़ी से पहुंचे लोग ट्रक चालकों से क्या बात करते हैं. ट्रक चालक क्या किसी के आदेश की प्रतीक्षा कर रहे हैं. क्या इन ट्रकों पर सही कागज नहीं है. लोड कोयला भी क्या चोरी का है. बहुत सारे सवाल हैं जो खड़े ट्रकों को लेकर खड़े किए जा रहे हैं. ट्रकों पर लोड कोयला सही है या अवैध, यह तो जांच से ही पता चलेगा. अगर ट्रकों के पास कागजात हैं तो फिर आगे बढ़ने में परहेज क्यों कर रहे हैं. इस बीच यह भी सूचना मिल रही है कि गिरिडीह पुलिस के आला अधिकारियों ने सभी थानों को निर्देश दिया है कि बिना सही कागजात कोयला लोड ट्रकों को आगे बढ़ने नहीं दिया जाए. जब्त कर मुकदमा किया जाए. तो क्या इसी भय से ट्रक आगे नहीं बढ़ रहे हैं.
सवाल के घेरे में घिरा तोपचांची पुलिस
ट्रकों पर लोड कोयला धनबाद की कोलियारियो से लोड किया गया है अथवा कहीं दूसरे जगह से लाया गया है. इसकी अभी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है. लेकिन धनबाद में कोयला चोरी और तस्करी के अलग-अलग कहानी और तरीके हैं. चोरी के कोयले को एक जगह जमा किया जाता है फिर उन्हें ट्रकों पर लाद कर बाहर भेज दिया जाता है. यह खेल खूब चलता है. धनबाद की सड़कों पर कोयला लोड साइकिल, मोटरसाइकिल कहीं भी देखा जा सकता है. इन्हीं वाहनों से लोड कोयले को एक जगह पहुंचाया जाता है और फिर उसे ट्रकों पर लाद कर भेज दिया जाता है.कोयला लोड दु पहिए वाहन सड़क पर स्टंट तक करते है. हालांकि कोयला लोड ट्रक गिरिडीह जिले में प्रवेश क्यों नहीं कर रहे हैं, इसकी कोई जांच पड़ताल नहीं की गई है. इसको लेकर तोपचांची पुलिस भी सवालों के घेरे में है. देखना है धनबाद जिले के वरीय पुलिस अधिकारियों की नजर इस पर कब पड़ती है.
रिपोर्ट धनबाद ब्यूरो
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