रांची(RANCHI): झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन कभी भी भाजपा में शामिल हो सकते है. दोपहर एक बजे पूर्व मुख्यमंत्री दिल्ली पहुंच गए है. अब अटकलों के बाजार और भी गर्म हो गए है. आखिर चंपाई का अगला कदम क्या है. भाजपा में शामिल होने के पीछे क्या कारण है और कितने विधायक उनके संपर्क में है. जैसे ही चंपाई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की चर्चा शुरू हुई झारखंड में राजनीति तपिश बढ़ गई है. चंपाई के घर से झामुमो का झंडा हटा दिया गया है. अब सब साफ है कि कोल्हान के टाइगर अब कमल की सवारी पर सवार होने को तैयार है.
एयरपोर्ट से बाहर निकलते हुए चंपाई सोरेन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह निजी काम से दिल्ली आए है. उनकी बेटी यहां रहती है और वह मिलने के लिए पहुंचे है. लेकिन जब फिर भाजपा में शामिल होने के सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी जहां है वहीं है. इसके आगे उन्होंने कुछ भी नहीं बोला. इससे साफ है अभी जहां है का मतलब कुछ भी हो सकता है. क्योंकि अभी तो वह झामुमो में ही है. लेकिन कुछ देर के बाद बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. राजनीतिक में कुछ भी संभव है.
देखें तो झारखंड में रविवार का दिन काफी अहम माना जा रहा है. राजनीतिक मायनों से यह दिन एक इतिहास लिख सकता है. अगर चंपाई के साथ ज्यादा विधायक भाजपा में शामिल होंगे तो झारखंड सरकार के लिए भी टेंशन की घड़ी शुरू हो जाएगी. फिलहाल हेमंत के पास 45 विधायकों का समर्थन है, लेकिन अगर छह से अधिक विधायक टूटे तो कुछ भी हो सकता है.
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