BCCL के कार्यालयों में आग और भ्रष्टाचार से रहा है पुराना नाता, बस्ताकोला क्षेत्र में आग लगी या लगाई गई, जांच से ही खुलेगा राज


धनबाद(DHANBAD): धनबाद की BCCL और आग में पुराना संबंध रहा है. 2011 में कुसुंडा क्षेत्र संख्या 8 में आग लगाकर एक बहुत बड़े घोटाले के साक्ष्य को मिटा दिया गया था. उसके बाद से ही कुसुंडा क्षेत्र का अस्तित्व ही खत्म हो गया. घोटाले में शामिल अधिकारी निश्चित हो गए. इसके कई साल पहले बीसीसीएल मुख्यालय कोयला भवन में भी आग लगी थी. उस समय भी चर्चा थी कि भारी मशीनों की खरीद में कुछ गड़बड़ी हुई है. यह मामला दो से ढाई दशक पहले का है.
बस्ताकोला क्षेत्र के विकास भवन में लगी आग
इधर फिर गुरुवार को बस्ताकोला क्षेत्र के विकास भवन में शाम को आग लग गई. आग लगी या लगाई गई, यह तो आगे जांच में पता चलेगा. लेकिन घटना के बाद क्षेत्रीय कार्यालय में भगदड़ मच गई. कार्यालय में रखे उपकरण से आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली. माइंस रेस्क्यू टीम को बुलाया गया. टीम आग बुझाने में जुट गई. पूरा कार्यालय धुएं से भर गया था. इस कारण रेस्क्यू टीम को काफी परेशानी हुई.आग की भयावता का पता आपको इससे लग सकता है कि 3 घंटे की मेहनत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. यह अलग बात है कि प्रबंधन ने आग लगने की घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. लेकिन चर्चाएं बहुत है.
प्रबंधन का दावा कोई संवेदनशील दस्तावेज नहीं जले
यह भी चर्चा है कि क्षेत्रीय कार्यालय के तीन अधिकारियों के खिलाफ जांच की तलवार लटक रही थी. अब जांच होने ही वाली थी कि आग की घटना हो गई. सामान्य घटना लोगों को पच नहीं रही है.अगर अधिकारियों के खिलाफ जांच की तैयारी थी तो मामला निश्चित रूप से संदेहास्पद लगता है. हालांकि प्रबंधन का दावा है कि कोई संवेदनशील दस्तावेज नहीं जले हैं.
शॉर्ट सर्किट से आग लगने का अंदेशा
प्रभारी महाप्रबंधक का कहना है कि शॉर्ट सर्किट से आग लगने का अंदेशा है. सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं. आग से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है. आग लगने की जांच की जाएगी. जो भी हो लेकिन क्षेत्रीय कार्यालय में आग की घटना को सामान्य घटना मानने को लोग तैयार नहीं है. देखना है जांच कब शुरू होती है और इसका परिणाम क्या निकलता है. आज स्वतः लगी है या लगाई गई है, इसका खुलासा हो पता है अथवा नहीं.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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