धनबाद(DHANBAD) : धनबाद पुलिस की "स्ट्रेटजी" काम आ गई और बाघमारा कांड का "किंगपिन" कारू यादव पुलिस की गिरफ्त में आखिर आ ही गया. सूचना तो यह भी है कि जिसने डीएसपी पर पत्थर चलाया था, वह भी पुलिस के गिरफ्त में है. पुलिस ने बिहार के जमुई से बुधवार को कारू यादव को गिरफ्तार किया. रातों-रात पुलिस लेकर उसे धनबाद आ गई. उसे किसी दूसरे थाने में रखकर पूछताछ की जा रही है. कारू यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के तेज-तर्रार अधिकारियों की टीम लगी हुई थी. यह टीम केवल झारखंड में ही नहीं बल्कि बिहार, उत्तर प्रदेश और बंगाल में भी ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही थी. कारू यादव की गिरफ्तारी के बाद बाघमारा क्षेत्र में कोयले के खेल के गठजोड़ का भी खुलासा होगा.
कई छोटे-बड़े चेहरे बेनकाब हो सकते है
कारू यादव बताएगा कि बाघमारा इलाके में कोयले के खेल में किस तरह का गठजोड़ काम करता है. हो सकता है कि कई छोटे-बड़े चेहरे बेनकाब हो. बाघमारा इलाके में कारू यादव का एकछत्र राज था. यही वजह थी कि अपने मार्केट कंपलेक्स पर पुलिस की छापेमारी को वह बर्दाश्त नहीं कर सका. सीधे मार्केट काम्प्लेक्स पहुंच गया. पुलिस ने जब उसे हिरासत में लिया तो समर्थक भड़क गए और पत्थरबाजी शुरू कर दी. जिसमें डीएसपी घायल हो गए. यह भी पता चला है कि कारू यादव का असली नाम देवेंद्र यादव है. 9 जनवरी के बाद से ही पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी. वह खरखरी गोलीकांड, बमबाजी, आगजनी और पत्थरबाजी का मुख्य आरोपी है. पुलिस इस मामले में अब तक 9 एफआईआर दर्ज की है. बुधवार को ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी ने बताया था कि कारू यादव के भाई वीरेंद्र यादव सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है.
रितु मार्केट कांप्लेक्स की एक दुकान से मिले थे हथियार
बताया था कि खरखरी बड़ा तालाब किनारे स्थित रितु मार्केट कांप्लेक्स में स्थित रमन विश्वकर्मा की दुकान से गोली और बम बरामद किए गए है. यह मार्किट कारू यादव का है. इस मामले को लेकर आर्म्स एक्ट का मुकदमा भी दर्ज किया गया है. जो भी हो, कहा जाता है कि बाघमारा इलाके में कारू यादव की समानांतर व्यवस्था चल रही थी. इस व्यवस्था में उसे किसका-किसका साथ मिल रहा था, किन-किन का उसकी पीठ पर हाथ था. यह सब मामला अब धीरे-धीरे खुलेगा. पुलिस ने कारू यादव को पकड़ने के लिए ठोस रणनीति के तहत काम शुरू किया. जिसमें उसे सफलता मिली है. पुलिस ने कारू यादव के संबंधियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. फिर उनके साथ बिहार के कई गांव में छापेमारी की. शुरुआती दिनों में तो पुलिस को सफलता नहीं मिली लेकिन पुलिस ने हिम्मत नहीं हारी और अंततः का रू यादव को पुलिस ने बिहार के जमुई से गिरफ्तार कर लिया. यह गिरफ्तारी पुलिस को राहत देने वाली है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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